पोस्ट विवरण

सरसों : बेहतर पैदावार के लिए इस तरह तैयार करें खेत

सुने

सरसों की बेहतर पैदावार प्राप्त करने के लिए कई बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है। जिनमें खेत की तैयारी भी शामिल है। अगर सही तरीके से खेत की तैयारी नहीं की गई तो बीज के अंकुरण एवं पौधों के विकास में बाधा आती है। अगर आप भी करना चाहते हैं सरसों की खेती तो खेत तैयार करने की सही जानकारी होना आवश्यक है। आइए इस विषय में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।

सरसों की खेती के लिए खेत तैयार करने की विधि

  • सरसों के दाने छोटे होते हैं इसलिए इसकी खेती के लिए मिट्टी का भुरभुरा होना आवश्यक है।

  • मिट्टी को भुरभुरी बनाने के लिए सबसे पहले मिट्टी पलटने वाली हल से 1 बार गहरी जुताई करें।

  • इसके बाद 2 से 3 बार हल्की जुताई करें।

  • जुताई के बाद खेत में पाटा अवश्य लगाएं।

  • यदि खेत की मिट्टी सूखी है तो नमी को बरकरार रखने के लिए पलेवा करें।

  • पलेवा के बाद मिट्टी की ऊपरी परत के सूखने के बाद 1 बार हल्की जुताई करें।

  • आखिरी जुताई के समय प्रति एकड़ खेत में 4 से 5 टन सड़ी हुई गोबर की खाद मिलाएं।

  • गोबर की खाद की जगह कम्पोस्ट खाद का भी प्रयोग कर सकते हैं।

  • इसके अलावा प्रति एकड़ खेत में 50 किलोग्राम नाइट्रोजन, 24 किलोग्राम फास्फोरस और 24 किलोग्राम पोटाश की आवश्यकता होती है।

  • नाइट्रोजन की आधी मात्रा यानि 25 किलोग्राम नाइट्रोजन को बुवाई से पहले खेत में मिलाएं।

  • बुवाई के करीब 25 से 30 दिनों बाद बचे हुए 25 किलोग्राम नाइट्रोजन का छिड़काव करें।

  • फसल को रोगों से बचाने के लिए प्रति एकड़ जमीन में 4 से 5 किलोग्राम ट्राइकोडर्मा विरिडी मिलाएं।

  • खेत में जल निकासी की उचित व्यवस्था करें।

यह भी पढ़ें :

हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अन्य किसान मित्र भी इस जानकारी का लाभ उठाते इस तरह खेत तैयार कर के बेहतर पैदावार प्राप्त कर सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।

Pramod

Dehaat Expert

32 लाइक्स

1 टिप्पणी

24 September 2021

शेयर करें
banner
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ

फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ