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रबी फसलों के बाद अब खरीफ फसलों पर भी मंडरा रहा टिड्डियों का खतरा
लेखक : Lohit Baisla
कई अन्य देशों में तबाही मचने के बाद टिड्डियों के झुंड ने हमारे देश के कई राज्यों में भी आतंक मचा रखा है। कोरोना वायरस से जूझ रहे लोगों के लिए टिड्डियों का झुंड किसी गंभीर संकट से कम नहीं है। ऐसा कह सकते हैं कि टिड्डियों का यह झुंड हमारी फसलों के लिए कोरोना साबित हो सकती है।
कई रिपोर्ट्स की माने तो टिड्डियों से रबी फसलों जैसे गेहूं, सरसों, राई, चना, जौ आदि को बहुत नुकसान पहुंचता है। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि टिड्डियां खरीफ फसलों को हानि नहीं पहुंचाती हैं। हमारे देश के उत्तर पूर्वी इलाकों में रबी फसलों की कटाई हो गई है। कुछ लोग इस बात से खुश हैं कि रबी फसलों की कटाई होने के कारण टिड्डियों के हमले से भारत में फसलों का ज्यादा नुकसान नहीं होगा। यदि आप भी ऐसा सोच रहे हैं तो सावधान हो जाइए। यहां गौर करने वाली बात यह है कि टिड्डियों के पनपने के लिए सबसे उपयुक्त समय है। यानि वर्षा ऋतू में इनकी संख्या और बढ़ेगी। अगर इन टिड्डियों की अभी रोकथाम नहीं की गई तो वर्षा ऋतू के बाद खरीफ फसलें जैसे धान, मक्का, अरहर, बाजरा, गन्ना आदि भी नष्ट हो जाएंगी। इसलिए हमारा टिड्डियों के प्रकोप से जल्द निजात पाना बहुत जरूरी है।
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2 September 2020
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