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प्याज एवं लहसुन में रस चूसक कीट की रोकथाम

देश के लगभग सभी क्षेत्रों में प्याज एवं लहसुन की फसल में थ्रिप्स का प्रकोप होता है। इस कीट के कारण फसल को भारी क्षति पहुंचती है। समूह में रहने वाले यह कीट पत्तियों के अंदर छिपे रहते हैं और पत्तियों का रस चूस कर पौधों को कमजोर बना देते हैं। थ्रिप्स की पहचान, फसल पर होने वाले नुकसान एवं इन पर नियंत्रण के उपाय यहां से देख सकते हैं।
कैसे करें कीट की पहचान?
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थ्रिप्स सफेद, भूरे या हलके पीले रंग के होते हैं।
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इस छोटे आकार के कीट की लंबाई 1 से 2 मिलीमीटर होती है।
फसल को कैसे पहुंचाते हैं नुकसान?
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यह कीट प्याज एवं लहसुन की कोमल पत्तियों का रस चूसते हैं। जिससे पत्तियां सिकुड़ने लगती हैं।
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इस कीट से प्रभावित पत्तियों पर सफेद रंग के धब्बे नजर आने लगते हैं।
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प्रकोप बढ़ने पर पौधों का विकास रुक जाता है।
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प्रभावित पौधों के कंद का आकार भी छोटा रह जाता है।
कैसे करें कीट पर नियंत्रण?
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खेत में 4-5 स्टिकी ट्रैप लगाएं।
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थ्रिप्स का प्रकोप होने पर प्रति लीटर पानी में 3 से 5 मिलीलीटर इकोनीम मिलाकर छिड़काव करें। आवश्यकता होने पर 10 से 12 दिनों के अंतराल पर दोबारा छिड़काव करें।
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नीम के तेल का छिड़काव भी कारगर साबित हो सकता है।
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रस चूसक कीट पर नियंत्रण के लिए 15 लीटर पानी में 50 मिलीलीटर देहात हॉक मिलाकर छिड़काव करें।
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प्रति लीटर पानी में 1 मिलीलीटर डाइमेथोएट 30 ई.सी मिलाकर छिड़काव करने से भी इस कीट पर नियंत्रण किया जा सकता है।
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इसके अलावा आप 15 लीटर पानी में 5 मिलीलीटर इमिडाक्लोप्रिड मिलाकर छिड़काव कर सकते हैं।
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प्रत्येक छिड़काव के बाद स्टीकर का प्रयोग करें।
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हमें उम्मीद है इस पोस्ट में बताई गई दवाएं रस चूसक कीटों पर पूरी तरह नियंत्रण के लिए कारगर साबित होंगी। यदि आपको यह जानकारी महत्वपूर्ण लगी है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं अन्य किसान मित्रों के साथ साझा भी करें। प्याज एवं लहसुन की खेती से जुड़े अपने सवाल बेझिझक हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।
Somnath Gharami
Dehaat Expert
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7 टिप्पणियाँ
4 December 2020
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