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पपीता : अच्छी उपज के लिए क्या करें?

अन्य फलों वाले पौधों की तुलना में पपीते के पौधे कम फैलते हैं। इसलिए कम क्षेत्रफल में इसके अधिक पौधे लगाकर किसान अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। पपीता की अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए कई बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है। इनमें सही समय पर पौधों की रोपाई, खाद एवं उर्वरक की मात्रा, सिंचाई, आदि शामिल है। अगर आप पपीता की खेती कर रहे हैं तो अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए नीचे बताई गई जानकारियों को ध्यान में रखते हुए खेती करें।
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अच्छी पैदावार के लिए भारी और रेतीली मिट्टी में पपीता की खेती करने से बचें।
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मिट्टी का पीएच स्तर 6.5 से 7.0 के बीच होना चाहिए।
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खेत तैयार करते समय 2 से 3 बार जुताई करके मिट्टी को समतल बना लें।
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पौधों की रोपाई से 15 दिन पहले खेत में 50 सेंटीमीटर गहराई वाले 50 सेंटीमीटर चौड़े गड्ढे तैयार करें।
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गड्ढों को करीब 2 मीटर की दूरी पर बनाएं।
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उचित मात्रा में खाद एवं उर्वरक का प्रयोग पौधों के विकास के लिए जरूरी है। इसलिए पौधों की रोपाई से पहले प्रति पौधे में गोबर की खाद के साथ 200 ग्राम नाइट्रोजन, 200 ग्राम फास्फोरस और 400 ग्राम पोटाश मिलाएं।
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पौधों की रोपाई के बाद गड्ढ़ों को जमीन की सतह से 10-15 सेंटीमीटर की ऊंचाई तक मिट्टी भरें।
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मिट्टी भरने के बाद हल्की सिंचाई करें।
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वर्षा के मौसम में पौधों के पास मिट्टी चढ़ा देनी चाहिए। इससे वर्षा का जल तनों में जमा नहीं होगा और पौधे गलन से बचे रहेंगे।
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इस पोस्ट में बताई गई बातों को ध्यान में रखने से आप पपीता की बेहतर फसल प्राप्त कर सकते हैं। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें। साथ ही इस पोस्ट को अन्य किसान मित्रों के साथ साझा भी करें। पपीता की खेती से जुड़े सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।
Somnath Gharami
Dehaat Expert
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16 टिप्पणियाँ
18 November 2020
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