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मिर्च के पौधों को पत्ती सुरंगी कीट से बचाने का सबसे सटीक उपाय

लेखक : Soumya Priyam

पत्ती सुरंगी कीट को लीफ माइनर कीट भी कहा जाता है। आकार में छोटे यह कीट बहुत तेजी से फैलते हैं। वर्षा के मौसम में यह अधिक सक्रिय होते हैं। पत्ती सुरंगी कीट मिर्च के अलावा तरबूज, लौकी, तुरई, कद्दू, करेला, मटर, आदि कई अन्य फसलों को भी क्षति पहुंचाते हैं। मिर्च की फसल को पत्ती सुरंगी कीट से बचाने के लिए कीट के प्रकोप का लक्षण एवं नियंत्रण के तरीकों की जानकारी होना बहुत जरूरी है। आइए इस पोस्ट के माध्यम से हम पत्ती सुरंगी कीट पर अधिक जानकारी प्राप्त करें।

प्रकोप का लक्षण

  • पत्ती सुरंगी कीट सबसे पहले कोमल पत्तियों पर आक्रमण करते हैं।

  • यह कीट पत्तियों के हरे पदार्थ को खुरच कर खाते हैं।

  • फलस्वरूप पत्तियों पर टेढ़े-मेढ़े सुरंग नजर आने लगते हैं।

  • प्रकोप बढ़ने पर पत्तियां कमजोर हो कर गिरने लगती हैं।

  • पौधों के विकास में बाधा आती है।

नियंत्रण के तरीके

  • कीट को फैलने से रोकने के लिए पौधों के प्रभावित हिस्सों को नष्ट कर दें।

  • इस कीट पर नियंत्रण के लिए प्रति लीटर पानी में 1 मिलीलीटर इमिडाक्लोप्रिड मिलाकर छिड़काव करें।

  • इसके अलावा प्रति एकड़ खेत में 150 लीटर पानी में 50 मिलीलीटर देहात कटर मिला कर छिड़काव करने से इस कीट पर पूरी तरह नियंत्रण किया जा सकता है।

  • फोरेट 10 प्रतिशत सीजी का छिड़काव कर के भी इस कीट से निजात मिल सकता है।

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हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। इस पोस्ट में बताई गई दवाओं को अपना कर आप आसानी से लीफ माइनर कीट पर नियंत्रण कर सकते हैं। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें। साथ ही इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अन्य किसानों तक भी यह जानकारी पहुंच सके। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।

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8 April 2021

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