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कपास की फसल में खरपतवार पर इस तरह करें नियंत्रण

सफेद सोना कहे जाने वाले कपास की फसल में कई तरह के खरपतवार निकलते हैं। कपास में खरपतवार प्रबंधन उच्च पैदावार प्राप्त करने और फसल के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। खरपतवार पोषक तत्वों, पानी और प्रकाश जैसे संसाधनों के लिए कपास के पौधों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं, जो अनियंत्रित रहने पर कपास की उपज और गुणवत्ता को काफी कम कर सकते हैं।
कपास में उच्च गुणवत्ता की फसल प्राप्त करने के लिए कपास की बुवाई के बाद करीब 2 महीनों तक फसल को खरपतवारों से मुक्त रखना आवश्यक है। अगर आप भी कर रहे हैं कपास की खेती तो और खरपतवारों की अधिकता से हैं परेशान तो इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ें। यहां से आप कपास की फसल में खरपतवार प्रबंधन की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
खरपतवारों पर नियंत्रण के तरीके
प्रभावी खरपतवार प्रबंधन में सांस्कृतिक, यांत्रिक और रासायनिक नियंत्रण विधियां शामिल है।
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खरपतवारों पर नियंत्रण के लिए निराई-गुड़ाई एक बेहतर विकल्प है।
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बुवाई के 20 से 25 दिनों बाद फसल में पहली निराई-गुड़ाई अपनाएं वहीं बुवाई के 50 से 60 दिनों बाद फसल में दूसरी निराई-गुड़ाई करें।
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सिंचाई के बाद खरपतवार की वृद्धि तेजी से होती है, जिससे बचने के लिए हर सिंचाई के बाद खरपतवारों को हाथों से या खुरपी की सहायता से निकालते रहें।
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चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों पर नियंत्रण के लिए बुवाई के बाद एवं बीज अंकुरित होने से पहले खेत में प्रति लीटर पानी में पैराक्वाट डाइक्लोराइड 24% एसएल (चौपऑफ) 500-800 एकड़ की दर से छिड़कें।
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मिला कर छिड़काव करें।
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बुवाई के 3 दिनों के अंदर प्रति एकड़ खेत में 400 मिलीलीटर पेंडीमेथालिन 30% Ec का छिड़काव करने पर भी फसल में खरपतनार नियंत्रण में मदद मिलती है।
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यदि खेत में गाजर घास की अधिकता है, तो नियंत्रण के लिए प्रति एकड़ भूमि में 1000 या 1200 मिलीलीटर पेंडीमेथालिन 30% Ec का छिड़काव करें।
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बेहतर परिणाम के लिए खरपतवार नाशक दवा का प्रयोग करते समय मिट्टी में नमी की कमी न होने दें।
हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अन्य किसान मित्र भी इस जानकारी का लाभ उठाते हुए कपास की फसल में खरपतवारों पर नियंत्रण कर सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।
Soumya Priyam
Dehaat Expert
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3 टिप्पणियाँ
23 June 2021
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