पोस्ट विवरण
खरबूजा : भूमि का चयन एवं बुवाई का समय

90 प्रतिशत पानी, 9 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट के साथ विटामिन ए और विटामिन सी का अच्छा स्त्रोत होने के कारण खरबूजा की मांग रहती है। हमारे देश में पंजाब, तामिलनाडू, महांराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में इसकी प्रमुखता से खेती की जाती है। इस मौसम अगर आप करना चाहते हैं खरबूजा की खेती तो अच्छी फसल प्राप्त करने के लिए भूमि का चयन एवं बुवाई का उपयुक्त समय यहां से देखें।
बुवाई के लिए उपयुक्त समय
-
मैदानी क्षेत्रों में फरवरी के दूसरे एवं तीसरे सप्ताह में इसकी बुवाई की जाती है।
-
दक्षिण एवं मध्य भारतीय क्षेत्रों में अक्टूबर - नवंबर में इसकी बुवाई की जाती है।
-
नदियों के किनारे नवंबर एवं जनवरी के आखिरी सप्ताह में बुवाई करें।
-
पहाड़ी क्षेत्रों में बुवाई के लिए अप्रैल - मई का महीना उपयुक्त है।
भूमि का चयन एवं जलवायु
-
अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी इसकी खेती के लिए सर्वोत्तम है।
-
अधिक जल धारण करने की क्षमता वाली बलुई दोमट मिट्टी एवं जीवांश युक्त चिकनी मिट्टी में भी इसकी खेती की जा सकती है।
-
मिट्टी का पी.एच स्तर 6 से 7 के बीच होना चाहिए।
-
खारी मिट्टी या ऐसी मिट्टी जिसमे नमक की मात्रा अधिक होती है, वहां इसकी खेती न करें।
-
हवा में नमी की मात्रा अधिक होने पर फलों को पकने में अधिक समय लगता है। वहीं पछुआ हवा एवं शुष्क मौसम में फलों में मिठास बढ़ती है।
यह भी पढ़ें :
-
बेहतर पैदावार के लिए कैसे करें तरबूज की बुवाई? यह जानने के लिए यहां क्लिक करें।
हमें जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। खरबूजा की खेती से जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।
Soumya Priyam
Dehaat Expert
38 लाइक्स
2 टिप्पणियाँ
12 January 2021
जारी रखने के लिए कृपया लॉगिन करें


फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ