विवरण

जायद में खेती की गई फसलों की कटाई

सुने

लेखक : Soumya Priyam

रबी फसलों की कटाई के बाद एवं खरीफ फसलों की बुवाई से पहले सूरजमुखी, मूंग, उड़द, आदि फसलों की खेती की जाती है। जायद मौसम में इन फसलों की खेती करने वाले किसान इस समय फसल की कटाई की तैयारियां शुरू कर देते हैं। अगर आपने भी जायद मौसम में इन फसलों की खेती की है तो इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ें। यहां से आप सूरजमुखी, मूंग एवं उड़द की कटाई एवं गहाई से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं।

  • सूरजमुखी : सूरजमुखी के फूलों के झड़ने के बाद या फूल के पिछले हिस्से पीले होने के बाद इसकी कटाई करनी चाहिए। कटाई के बाद फूलों को छांव में अच्छी तरह सूखा लें। इसके बाद डंडे से पिटाई कर के या सूरजमुखी थ्रेशर के द्वारा बीज निकालें। सभी फूल एक साथ नहीं झड़ते या सभी फूलों का पिछला हिस्सा एक साथ पीला नहीं होता। इसलिए कुछ दिनों के अंतराल पर कटाई करते रहें। बीज निकालने के बाद उसे अच्छी तरह सूखा लें। 8 से 10 प्रतिशत तक नमी रहने पर बीज को भंडारित करें।

  • उड़द : जायद में बुवाई की गई उड़द की फसल इस समय कटाई के लिए तैयार हो जाती है। फसल पकने की अवधि उसकी किस्मों पर निर्भर करती है। सामान्यतौर पर बुवाई के करीब 80 से 90 दिनों बाद पौधों की पत्तियां पीली होने लगती हैं। फलियों के 70 से 80 प्रतिशत तक पक जाएं तब फसल की कटाई कर लें। कटाई के बाद फसल को अच्छी तरह धूप में सूखाना चाहिए। इसके बाद गहाई कर के दानों को फलियों से अलग करें।

  • मूंग : इस समय मूंग की फलियां तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती हैं। फलियां जब काली होने लगे तब इसकी तुड़ाई करें। फलियों की तुड़ाई सही समय पर करें। तुड़ाई में देर होने पर फलियां चटकने लगती हैं। जिससे पैदावार में भारी कमी आ सकती है। मूंग की सभी फलियां एक साथ नहीं पकती हैं। इसलिए कुछ दिनों के अंतराल पर 3 से 4 बार फलियों की तुड़ाई करें।

यह भी पढ़ें :

हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो हमारे पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसान मित्रों के साथ साझा भी करें। जिससे अन्य किसान मित्र भी इस जानकारी का लाभ उठा सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।

18 लाइक्स

17 June 2021

शेयर करें

कोई टिप्पणी नहीं है

फसल संबंधित कोई भी सवाल पूछें

सवाल पूछें
अधिक जानकारी के लिए हमारे कस्टमर केयर को कॉल करें
कृषि सलाह प्राप्त करें

Ask Help