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इस सप्ताह सब्जियों की फसलों में किए जाने वाले कार्य

हमारे देश में अलग - अलग मौसम में विभिन्न सब्जियों की खेती की जाती है। सभी सब्जियों में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। कई बार ऐसा होता है कि सब्जियों की खेती से किसानों को उचित मुनाफा नहीं मिलता है। इसका मुख्य कारण है जानकारी का अभाव। सही जानकारी नहीं होने के कारण किसान पौधों की उचित देखभाल नहीं कर पाते हैं। जिसका सीधा असर सब्जियों की उपज एवं गुणवत्ता पर पड़ता है। ऐसे में आपकी इस समस्या को दूर करने के लिए हम ले कर आए हैं कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां। इस पोस्ट के माध्यम से आप इस सप्ताह सब्जियों की फसलों में किए जाने वाले कार्यों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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सबसे जरूरी है अपनी फसलों पर नियमित रूप से निगरानी रखना।
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सब्जियों की खेती करने वाले किसान इस समय खेत में निराई और गुड़ाई करें। यह फसल के विकास में सहायक साबित होगी।
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सभी फसलों और सब्जियों में सफेद मक्खियों एवं अन्य रस चूसक कीटों के प्रकोप को रोकने के लिए 3 लीटर पानी में 2.0 मिलीलीटर इमिडाक्लोप्रिड 17.8 प्रतिशत एससी मिला कर छिड़काव करें।
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बैंगन और टमाटर की फसलों में शूट और फल छेदक कीट पर नियंत्रण के लिए, संक्रमित फलों एवं शाखाओं को इकट्ठा करके मिट्टी में दबा देना चाहिए।
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प्रति एकड़ खेत में 8-10 फेरोमोन ट्रैप लगाएं। यदि कीटों की संख्या अधिक है तो मौसम साफ होने पर 4 लीटर पानी में 1 मिलीलीटर स्पिनोसैड 48 ई.सी मिला कर छिड़काव करें।
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वर्तमान मौसम में मिर्च, शिमला मिर्च, टमाटर आदि फसलों में वायरस संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है। विभिन्न वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए संक्रमित पौधों को उखाड़कर मिट्टी में दबा देना चाहिए या जला कर नष्ट कर देना चाहिए।
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खेत से संक्रमित पौधों को निकालने के बाद प्रति लीटर पानी में 0.3 मिलीलीटर इमिडाक्लोप्रिड मिलाकर छिड़काव करें।
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पौधों में फूलों एवं फलों की संख्या बढ़ाने और उन्हें झड़ने (गिरने) से बचाने के लिए 15 लीटर पानी में 2 मिलीलीटर देहात फ्रूट प्लस के साथ 5 मिलीलीटर एक्टिवेटर मिलाकर छिड़काव करें।
Soumya Priyam
Dehaat Expert
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22 October 2020
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