पोस्ट विवरण

हर्बल खेती है मुनाफे की फसल

सुने

हर्बल पौधों का उपयोग आयुर्वेदिक दवाइयों और पर्सनल केयर उत्पादों को बनाने में किया जाता हैं। हर्बल दवाइयों और उत्पादों का उपयोग लगातार बढ़ता ही जा रहा हैं। हमारे देश में डाबर , हिमालया, पतंजलि, नेचुरल रेमेडीज जैसी कंपनियों में हर्बल पौधों की बहुत मांग होती हैं। अनुमानों के अनुसार देश में हर्बल उत्पादों का बाजार करीब 50,000 करोड़ रूपये का है। इसमें सालाना लगभग 15 प्रतिशत की दर से वृद्धि हो रही है। सामान्य सब्जियों और फलों क मुकाबले जड़ी -बूटियों की खेती कर के किसान अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं। किसान जड़ी-बूटी बेच कर औसतन लगभग 60,000 रुपये प्रति एकड़ कमा सकते हैं।  जड़ी-बूटियों को बहुत अधिक पानी और खाद की भी जरुरत नहीं होती हैं। अतिश , कुठ, कुट्टी, जैसी जड़ी-बूटियों की सप्लाई कम होने के कारण यह अच्छे दामों पर बिकते हैं। इसके अलावा आप यहां दिए गए किसी भी हर्बल पौधे की खेती कर सकते हैं।

  • मुलेठी

  • स्टीविया

  • हल्दी

  • तुलसी

  • अश्वगंधा

  • धृतकुमारी

  • ब्राम्ही

  • गिलोय

  • संखपुष्पी

  • लैवेंडर

SomnathGharami

Dehaat Expert

37 लाइक्स

21 टिप्पणियाँ

2 September 2020

शेयर करें
banner
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ

फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ