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हल्दी की खेती से पहले ऐसे करें खेत की तैयारी
हमारे देश में आंध्रप्रदेश के कुल क्षेत्रफल का 38 से 58.5 प्रतिशत क्षेत्र में हल्दी का उत्पादन किया जाता है। इसके अलावा केरल , तमिलनाडु, कर्नाटक, ओडिसा, गुजरात, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय में भी इसकी खेती की जाती है। हल्दी की खेती से बुआई से पहले खेत तैयार करने की जानकारी बहुत महत्वपूर्ण है। इस पोस्ट में बताए गए तरीके से खेत तैयार कर के आप हल्दी की अच्छी फसल प्राप्त कर सकते हैं।
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हल्दी की अच्छी पैदावार के लिए खेत तैयार करते समय खेत की 4 बार गहराई से जुताई करनी चाहिए।
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खेत तैयार करते समय सबसे पहले मिट्टी पलट हल से जुताई करनी चाहिए।
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इसके बाद कल्टीवेटर या देशी हल से 2 से 3 बार जुताई करें।
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दोमट मिट्टी में प्रति एकड़ जमीन में 200 किलोग्राम की दर से चुने के पानी का घोल डालकर अच्छी तरह जुताई कर सकते हैं।
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आखिरी जुताई के समय प्रति एकड़ जमीन में 12 से 14 टन सड़ी हुई गोबर की खाद या कम्पोस्ट मिलाएं। इससे मिट्टी में जीवांश कार्बन की कमी नहीं होगी और गांठों की संख्या और आकार में बढ़ोतरी होती है।
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हल्दी की बुआई के मेड़ों पर करनी चाहिए। इससे खुदाई में आसानी होती है।
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जुताई के बाद खेत में मेड़ें या क्यारियां बना लें। क्यारियों को करीब 40 से 60 सेंटीमीटर की दूरी पर बनाना चाहिए।
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खेत तैयार करते समय जल निकासी का विशेष ध्यान रखें। खेत में जल के जमाव होने से हल्दी के कंदों के सड़ने की संभावना बढ़ जाती है।
Pramod
Dehaat Expert
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2 September 2020
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