पोस्ट विवरण
ड्रिप सिंचाई एवं इसके फायदे

फसलों में कई विधि से सिंचाई की जाती है। जिनमे सतही सिंचाई, बौछारी सिंचाई, ड्रिप सिंचाई आदि शामिल है। सभी विधि से सिंचाई के अपने अलग फायदे हैं। इसका प्रयोग सब्जियों वाली फसलों के साथ फल वाले पौधों, फूलों एवं औषधीय पौधों की खेती में अधिक किया जाता है। आज हम बात करेंगे ड्रिप सिंचाई के फायदों की। आइये सबसे पहले जानते हैं क्या है ड्रिप सिंचाई।
क्या है ड्रिप सिंचाई?
-
ड्रिप सिंचाई विधि के द्वारा मिट्टी में पर्याप्त नमी की मात्रा को पूरी करने के पौधों की जड़ों में बूंद-बूंद पानी टपका कर सिंचाई की जाती है।
क्या है ड्रिप सिंचाई के फायदे?
-
पानी की कमी वाले क्षेत्रों में सिंचाई के लिए यह सबसे उपयुक्त विधि है।
-
इस विधि से सिंचाई करने पर पानी की 60 प्रतिशत तक बचत की जा सकती है।
-
सिंचाई के लिए मजदूरों पर होने वाले खर्च में कमी आती है।
-
ड्रिप विधि से पानी में घुलनशील उर्वरकों की पूर्ति भी आसानी से की जा सकती है।
-
इस विधि से उर्वरकों की पूर्ति करने पर उर्वरकों की बचत होती है।
-
पानी बूंद-बूंद कर के केवल पौधों की जड़ों में पहुंचता है। जिससे स्वस्थ पौधे एवं उच्च गुणवत्ता के फलों की प्राप्ति होती है।
-
खेत में आस-पास की भूमि सूखी होने के कारण खरपतवार की समस्या कम होती है।
यह भी पढ़ें :
-
ड्रिप विधि से सिंचाई की सम्पूर्ण जानकारी यहां से प्राप्त करें।
हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो हमारे पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक किसानों तक यह जानकारी पहुंच सके। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।
Pramod
Dehaat Expert
10 लाइक्स
2 टिप्पणियाँ
22 May 2021
जारी रखने के लिए कृपया लॉगिन करें


फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ