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अदरक: जानें बुवाई का उचित समय और खेत तैयार करने की विधि

अदरक का वैज्ञानिक नाम जिनजीबेर ओफिसिनेल है। भारत में इसे अदरक, आदा, आदू और आल्लायु जैसे अनेक नामों से जाना जाता है। अदरक की खेती मुख्यत: उड़ीसा, तमिलनाडु, केरल, असम, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड में की जाती है। इसकी खेती को लेकर किसान के मन में कई सवाल होते हैं, जैसे खेती कब की जाती है, खेत की तैयारी कैसे करते हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से आज इन सभी सवालों का जवाब दे रहे हैं। जानने के लिए पढ़िए यह आर्टिकल।
अदरक की खेती की बुवाई का उचित समय
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भारत के दक्षिण में अदरक की बुवाई अप्रैल से मई में की जाती है।
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केरल में अप्रैल के पहले सप्ताह में अदरक की बुवाई करने से उपज 200 प्रतिशत तक अधिक होती है।
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उत्तर भारत में अदरक की बुवाई अप्रैल से जून महीने तक करें।
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बुवाई का सबसे उचित समय 15 मई से 30 मई के बीच होता है।
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वहीं पहाड़ी क्षेत्र में 15 मार्च के आस-पास बुवाई करने से अच्छा उत्पादन देखने को मिलता है।
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जहां सिंचाई के साधन उपलब्ध है, वहां पर बुवाई फरवरी के दूसरे सप्ताह तक करें।
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15 जून के बाद बुवाई करने से फसल के कंद सड़ने लगते हैं और अंकुरण पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।
खेत तैयार करने की विधि
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अदरक की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी अच्छी होती है।
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मिट्टी का पीएच मान 5.6 से 6.5 के बीच होना चाहिए।
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खेत की जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करने के बाद खेत को धूप लगने के लिए छोड़ दें।
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मानसून से पहले खेत की 2 से 3 बार जुताई कर मिट्टी को भुरभुरी बना लें।
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इसके बाद खेत में गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट डालें।
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इसके बाद भूमि को समतल कर लें।
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फसल के लिए एक मीटर चौड़ी, 15 सेंटीमीटर ऊंची और अपनी सुविधानुसार लम्बी क्यारी तैयार करें।
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दो क्यारियों के बीच लगभग 50 सेंटीमीटर की दूरी होनी चाहिए।
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सिंचाई आधारित फसल के लिए 40 सेंटीमीटर ऊपर उठी हुई क्यारी बनाएं।
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खेत की आखिरी जुताई के समय उर्वरकों का इस्तेमाल करें।
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खेत में जल निकास का ध्यान रखें। जल निकास न होने से फसल के कंदों का विकास नहीं होगा।
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आशा है कि यह जानकारी आपके लिए लाभकारी साबित होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लाइक करें और अपने किसान मित्रों के साथ जानकारी साझा करें। जिससे अधिक से अधिक लोग इस जानकारी का लाभ उठा सकें और अदरक की खेती को समय पर कर फसल से अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकें। इससे संबंधित यदि आपके कोई सवाल हैं तो आप हमसे कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं। कृषि संबंधी अन्य रोचक एवं महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।
Pramod
Dehaat Expert
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2 टिप्पणियाँ
29 April 2022
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