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यह कीट तरबूज की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है, ऐसे करें नियंत्रण
यह कीट तरबूज की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है, ऐसे करें नियंत्रण
तरबूज बढ़ती मांग को देखते हुए हमारे देश के कई राज्यों में इसकी खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। लेकिन कई बार कीटों के प्रकोप के कारण तरबूज की गुणवत्ता एवं पैदावार पर बहुत बुरा असर होता है और किसानों को मुनाफे की जगह नुकसान का सामना करना पड़ता है। ऐसे में तरबूज की फसल को प्रभावित करने वाले कीटों की जानकारी होना आवश्यक है। बात करें तरबूज को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाने वाले कीटों की तो थ्रिप्स फसल को सर्वाधिक नुकसान पहुंचाते हैं। आइए थ्रिप्स के प्रकोप का लक्षण एवं नियंत्रण के तरीके यहां से प्राप्त करें।
कैसे करें थ्रिप्स की पहचान?
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इन कीटों का रंग सफेद, भूरा या हल्का पीला होता है।
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इस कीट की लंबाई करीब 1 से 2 मिलीमीटर तक होती है।
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थ्रिप्स किस तरह पहुंचाते हैं तरबूज की फसल को नुकसान?
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थ्रिप्स पौधों की पत्तियों का रस चूस कर फसल को क्षति पहुंचाते हैं।
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प्रभावित पत्तियों पर सफेद रंग के धब्बे उभरने लगते हैं और पत्तियां सिकुड़ने लगती हैं।
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पौधों का विकास में बाधा आती है और कंद भी पूर्ण रूप से विकसित नहीं हो पाते हैं।
थ्रिप्स पर कैसे करें नियंत्रण?
जैविक नियंत्रण
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इन दिनों रसायनों के दुष्परिणाम से बचने के लिए जैविक प्रणाली पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। जैविक विधि में हानिकारक रसायनों का प्रयोग किए बगैर कीटों पर नियंत्रण किया जा सकता है। यदि आप भी जैविक तरीके से थ्रिप्स पर नियंत्रण करना चाहते हैं तो प्रकोप का लक्षण नजर आने पर प्रति लीटर पानी में 3 से 5 मिलीलीटर इकोनीम या ग्रेनीम मिलाकर छिड़काव करें।
रासायनिक नियंत्रण
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कई बार कीटों का प्रकोप बढ़ने पर किसान रासायनिक नियंत्रण को प्राथमिकता देते हैं। इससे कम समय में कीटों पर पूरी तरह नियंत्रण किया जा सकता है। अगर आप भी थ्रिप्स पर रासायनिक तरीके से नियंत्रण करना चाहते हैं तो 15 लीटर पानी में 50 मिलीलीटर देहात हॉक मिलाकर छिड़काव करें। इसके अलावा प्रति लीटर पानी में 1 मिलीलीटर डाइमेथोएट 30 ई.सी मिलाकर भी छिड़काव कर सकते हैं।
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हमें उम्मीद है इस पोस्ट में बताई गई दवाओं एवं अन्य तरीकों को अपना कर आप तरबूज की फसल में थ्रिप्स पर आसानी से नियंत्रण कर सकते हैं। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अन्य किसान मित्र भी इस जानकारी का लाभ उठा सकें। तरबूज की खेती से जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।
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