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डॉ. प्रमोद मुरारी
कृषि विशेषयज्ञ
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वर्षा के मौसम में फसलों को क्षति पहुंचाने वाले कीट

वर्षा के मौसम में फसलों को क्षति पहुंचाने वाले कीट

वर्षा के मौसम में फसलों में कई तरह के कीटों का प्रकोप होता है। पारम्परिक फसलें हो या औषधीय पौधे, फूलों की बागवानी हो या फलों की खेती, वर्षा के मौसम में विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है। इस मौसम में वातावरण में नमी और खरपतवारों की अधिकता के कारण कीटों के पनपने की संभावना अधिक होती है। अगर आप भी कर रहे हैं खेती तो इस मौसम फसलों क्षति पहुंचाने वाले विभिन्न कीटों एवं उन पर नियंत्रण के उपाय की जानकारी होना आवश्यक है। आइए इस विषय में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।

वर्षा के मौसम में फसलों को क्षति पहुंचाने वाले कीट

  • छाल खाने वाले कीट : लीची के वृक्षों में इस कीट का प्रकोप अधिक होता है। आमतौर पर यह कीट पेड़ के मुख्य तने और मोटी शाखाओं में सुरंग या छेद बनाते हैं। दिन के समय यह कीट तनों और शाखाओं पर बनाए गए छेदों में रहते हैं। रात होने पर यह कीट बाहर निकल कर पेड़ की छाल को खाते हैं। इनके प्रकोप से पौधों का विकास रुक जाता है और पैदावार में कमी आती है। प्रकोप बढ़ने पर पेड़ धीरे-धीरे सूखने लगते हैं। इस कीट पर नियंत्रण के लिए पेड़ के मुख्य तनों एवं डालियों से जालों को साफ करें और कीट के द्वारा बनाए गए सुरंग या छोटे छेद में लोहे की तार डाल कर कीड़ों को मारने का प्रयास करें। इसके अलावा ति लीटर पानी में 2 मिलीलीटर क्लोरपाइरफोस मिला कर छिड़काव करें।

  • पत्ती छेदक कीट : यह कीट पत्तियों पर अंडे देते हैं। अंडों से निकलने वाले लार्वा पौधों की कोमल पत्तियों को खाते हैं। जिससे पत्तियों में छोटे-छोटे छेद नजर आने लगते हैं। प्रकोप बढ़ने पर पत्तियां जालीदार हो जाती हैं। इस कीट पर नियंत्रण के लिए अंडों को नष्ट कर दें। इस कीट पर नियंत्रण के लिए 15 लीटर पानी में 5 से 10 मिलीलीटर देहात कटर मिला कर छिड़काव करें। इसके अलावा आप 15 लीटर पानी में 7-8 मिलीलीटर कोराजेन 18.5 प्रतिशत एस.सी मिला कर छिड़काव कर सकते हैं।

  • रस चूसक कीट : थ्रिप्स, माइटी, माहु, धौलिया कीट, मोयला, जैसे कीट पौधों का रस चूस कर फसल को क्षति पहुंचाते हैं। प्रति लीटर पानी में 1 मिलीलीटर इमिडाक्लोप्रिड मिलाकर छिड़काव करने से माहू कीट पर नियंत्रण प्राप्त किया जा सकता है। इसके अलावा 150 लीटर पानी में 50 मिलीलीटर देहात हॉक मिलाकर छिड़काव कर सकते हैं।

हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको इस वीडियो में दी गई जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक किसानों तक यह जानकारी पहुंच सके। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें। कृषि संबंधी अधिक जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।

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