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उड़द की कुछ उन्नत किस्में
उड़द की कुछ उन्नत किस्में
उड़द प्रमुख दलहनी फसलों में से एक है। इसकी खेती खरीफ और जायद दोनों मौसम में की जा सकती है। यदि आप उड़द की खेती करना चाहते हैं तो यहां से इसकी कुछ उन्नत किस्मों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस पोस्ट में बताई गई किस्मों का चयन करके आप उड़द की बेहतर फसल प्राप्त कर सकते हैं।
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पंत उड़द 30 : यह किस्म बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश एवं असम राज्यों में खेती करने के लिए उपयुक्त है। इसकी खेती खरीफ और जायद दोनों मौसम में की जा सकती है। यह किस्म मृदु रोमिल आसिता एवं पीले मोजेक रोग के लिए प्रतिरोधी है। फसल को पक कर तैयार होने में 75 से 80 दिनों का समय लगता है। प्रति एकड़ खेत से 4 से 4.8 क्विंटल तक पैदावार होती है।
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पंत उड़द 31 : इस किस्म की खेती बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल एवं आंध्र प्रदेश में की जाती है। इस किस्म के पौधों की लंबाई छोटी होती है और इसके दाने मध्यम आकार के एवं भूरे रंग के होते हैं। फसल को पकने में 70 दिनों का समय लगता है। यह किस्म पीत शिरा विषाणु रोग के लिए प्रतिरोधी है। प्रति एकड़ भूमि से 3.2 से 4 क्विंटल तक पैदावार होती है।
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उत्तरा : पूर्वी मैदानी क्षेत्रों एवं उत्तर पश्चिमी मैदानी क्षेत्रों में खेती के लिए यह उपयुक्त किस्म है। बिहार, झारखंड, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल एवं असम में इस किस्म की प्रमुखता से खेती की जाती है। इस किस्म के पौधे विषाणु रोग के लिए प्रतिरोधी हैं। प्रति एकड़ खेत से 4 से 6 क्विंटल तक पैदावार होती है।
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कृष्णा : इस किस्म की खेती भारी मिट्टी में की जा सकती है। इस किस्म के पौधों की लंबाई मध्यम होती है। इसके दाने बड़े एवं भूरे रंग के होते हैं। फसल को पक कर तैयार होने में 90 से 110 दिनों का समय लगता है। प्रति एकड़ खेत से 4 से 4.8 क्विंटल उपज प्राप्त होती है।
इन किस्मों के अलावा भारत में कई अन्य उड़द की किस्मों की खेती भी की जाती है। जिनमें यूजी 218, जवाहर उड़द 2, बसंत बीर, बरखा, बसंत बहार, टीपीयू 4, शेखर 2, यूपी यू 0031, आदि कई किस्में शामिल हैं।
हमें उम्मीद है इस पोस्ट में दी गई जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो हमारे पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अन्य किसान मित्र भी इन किस्मों की खेती करके उड़द की अच्छी फसल प्राप्त कर सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।
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