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कल्पना
कृषि विशेषयज्ञ
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उड़द के पत्तों में पीलापन का कारण एवं बचाव के उपाय

उड़द के पत्तों में पीलापन का कारण एवं बचाव के उपाय

उड़द की खेती करने वाले किसानों के सामने पौधों के पत्ते पीले होने की समस्या बढ़ती जा रही है। इस समस्या के कई कारण होते हैं। लेकिन कई बार उचित जानकारी नहीं होने के कारण किसानों के कई प्रयासों के बाद भी फसल नष्ट हो जाती है। ऐसे में उड़द की पत्तियों के पीले होने के कारण एवं पत्तियों को पीला होने से बचाने के तरीके जानना बेहद जरूरी है। आइए इस विषय में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।

उड़द के पत्ते पीले होने के कारण

  • पीला मोजैक वायरस रोग होने पर पौधों की पत्तियां पीली होने लगती हैं।

  • रस चूसक कीट पत्तों के हरे भाग का रस चूसते हैं। जिससे पत्ते पीले होने लगते हैं।

  • पोषक तत्वों की कमी के कारण भी पौधों की पत्तियां पीली होने लगती हैं।

उड़द के पत्ते पीले होने से कैसे बचाएं?

  • मोजैक वायरस रोग पर नियंत्रण के लिए प्रति लीटर पानी में 2 मिलीलीटर डाईमेथोएट 30 ई.सी. मिलाकर छिड़काव करें।

  • इसके अलावा प्रति लीटर पानी में 1 मिलीलीटर इमिडाक्लोप्रिड 200 एस.एल. मिलाकर भी छिड़काव कर सकते हैं।

  • रस चूसक कीटों पर नियंत्रण के लिए 150 लीटर पानी में 50 मिलीलीटर देहात हॉक मिलाकर छिड़काव करें।

  • इसके अलावा प्रति लीटर पानी में 1 मिलीलीटर इमिडाक्लोप्रिड मिलाकर छिड़काव करने से भी रस चूसक कीटों पर नियंत्रण किया जा सकता है।

  • पोषक तत्वों की कमी की पूर्ति के लिए 15 लीटर पानी में 25 ग्राम एन.पी.के. 19:19:19 मिला कर प्रयोग करें।

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हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो हमारे पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक किसान इस जानकारी का लाभ उठाते हुए अपनी फसल को इस समस्या से बचा सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।

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