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टमाटर की फसल में फल छेदक कीट का प्रकोप, जानें नियंत्रण के तरीके
टमाटर की फसल में फल छेदक कीट का प्रकोप, जानें नियंत्रण के तरीके
टमाटर की फसल में सबसे ज्यादा फल छेदक कीटों का प्रकोप होता है। टमाटर के पौधों में फल लगने के समय इस कीट का प्रकोप बढ़ जाता है। इस कीट का लार्वा हरे रंग का होता है। वहीं व्यस्क कीट भूरे रंग के होते हैं। यह टमाटर की फसल को इस कीट से भारी नुकसान होता है। प्रभावित फल उपयोग के लायक नहीं रहते हैं। आइए टमाटर की फसल में फल छेदक कीट से होने वाले नुकसान एवं इस पर नियंत्रण पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
टमाटर की फसल में फल छेदक कीट से होने वाले नुकसान
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फल छेदक कीट टमाटर के फलों में छेद कर के फलों को अंदर से खाने लगते हैं।
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फलों पर छोटे-बड़े आकार के कई छेद नजर आने लगते हैं।
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कई बार फलों का आकार भी विकृत हो जाता है।
फल छेदक कीट पर नियंत्रण के तरीके
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इस कीट पर नियंत्रण के लिए 15 लीटर पानी में 5 मिलीलीटर देहात कटर मिला कर छिड़काव करें।
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इसके अलावा 15 लीटर पानी में 30 मिलीलीटर लैम्डा साईहेलोथ्रिन 2.5 प्रतिशत इसी मिला कर छिड़काव करें। यह दवा बाजार में अदामा लैम्डेक्स के नाम से उपलब्ध है।
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15 लीटर पानी में 8 मिलीलीटर इफको इरुका मिला कर भी छिड़काव कर सकते हैं। इसमें थाईमिथौकजाम 12.6% के साथ लैम्डा साईहेलोथ्रिन 9.5% ZC होता है। यह दवा बाजार में सिजेंटा की एलिका नाम से उपलब्ध है।
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15 लीटर पानी में 10 ग्राम एमामेक्टिन बेंजोएट (EM 1) मिला कर छिड़काव करने से भी फल छेदक पर नियंत्रण किया जा सकता है।
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