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तरबूज : पौधों को जड़ गलन रोग से बचाने के सटीक उपाय
तरबूज : पौधों को जड़ गलन रोग से बचाने के सटीक उपाय
तरबूज की फसल को जड़ गलन रोग से बहुत नुकसान होता है। तरबूज के छोटे पौधे इस रोग से अधिक प्रभावित होते हैं। यह एक फफूंद जनित रोग है। समय रहते यदि इस रोग पर नियंत्रण नहीं किया गया तो तरबूज की उपज में भारी कमी आ सकती है। जिससे किसानों को मुनाफे की जगह नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। आइए इस पोस्ट के माध्यम से हम तरबूज की फसल को क्षति पहुंचाने वाले जड़ गलन रोग पर नियंत्रण की विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
जड़ गलन रोग के लक्षण
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पौधों की जड़ें गलने लगती हैं।
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जमीन की सतह के पास से तने भी सड़ने लगते हैं।
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तने का रंग भूरा होने लगता है।
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पौधों की पत्तियां पीले रंग की नजर आने लगती है।
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कुछ समय बाद पौधा सूखने लगता है।
जड़ गलन रोग पर नियंत्रण के तरीके
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इस रोग पर नियंत्रण के लिए 15 लीटर पानी में 30 ग्राम रिडोमिल गोल्ड मिला कर छिड़काव करें।
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इसके अलावा 15 लीटर पानी में 30 ग्राम Matco नामक दवा मिला कर छिड़काव करने से भी जड़ गलन रोग पर नियंत्रण कर सकते हैं।
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