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विभा कुमारी
कृषि विशेषयज्ञ
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तरबूज में जीवाणु फल धब्बा की समस्या और उचित समाधान

तरबूज में जीवाणु फल धब्बा की समस्या और उचित समाधान

तरबूज के फलों में दिखाई देने वाले धब्बे बैक्टीरियल फ्रूट ब्लॉच जीवाणु के कारण होते हैं। यह तरबूज को संक्रमित करने वाला एक गंभीर रोग है। जिसके लक्षण तरबूज की फसल कटाई से पहले परिपक्व फल और पत्तियों पर देखने को मिलते हैं। जीवाणु फल धब्बा रोग यानी बैक्टीरियल फ्रूट ब्लॉच का संक्रमण फूल और फल आने पर अधिक नुकसान दायक होता है। साथ ही फल पकने के कुछ समय पहले यह अपने भीषण रूप में देखे जा सकते हैं। तरबूज की फसल में नुकसान का यह एक मुख्य कारण है। जिसका असर सीधे तौर पर फलों की गुणवत्ता पर पड़ता है। तरबूज के फलों में जीवाणु फल धब्बा रोग के लक्षण एवं इस पर नियंत्रण संबंधित जानकारी यहां से देखें।

तरबूज के फलों में जीवाणु फल धब्बा रोग के लक्षण

  • प्रभावित फलों और पत्तियों पर गहरे काले धब्बे आने लगते हैं।

  • फलों पर घाव और दरारें बनने लगती हैं।

  • घाव और दरारों से चिपचिपे और तैलीय रस निकलने लगता है।

तरबूज के फलों में जीवाणु फल धब्बा रोग से बचाव के उपाय

  • इस रोग से बचने के लिए लक्षणों की निगरानी करते रहें।

  • अंकुरित पौधों के सम्पर्क में आने से बचें।

  • संक्रमित पत्तियों और फलों को नष्ट कर दें।

  • लक्षण दिखने पर 600 ग्राम कॉपर हाइड्रॉक्साइड 54 प्रतिशत की मात्रा का प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें। 7 से 10 दिन के अंतराल पर निरंतर छिड़काव करते रहें।

  • यदि लक्षण नहीं दिख रहे हैं और खेत में पहले के जीवाणु से रोग लगने की आशंका है तो पौधों पर नर फूल दिखाई देने पर कॉपर हाइड्रॉक्साइड 54 प्रतिशत का छिड़काव करें।

  • देहात फुल स्टॉप की 20 से 30 ग्राम मात्रा का 15 लीटर पानी के साथ प्रति एकड़ में छिड़काव करें।

यह भी देखेंः

ऊपर दी गयी जानकारी पर अपने विचार और कृषि संबंधित सवाल आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर भेज सकते हैं। यदि आपको आज के पोस्ट में दी गई जानकारी पसंद आई हो तो इसे लाइक करें और अन्य किसान मित्रों के साथ शेयर करें। जिससे अधिक से अधिक किसान इस जानकारी का लाभ उठा कर तरबूज में लग रहे धब्बों को दूर कर सकें। कृषि संबंधित ज्ञानवर्धक और रोचक जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।

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