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तरबूज की फसल में हो रहा माहू का प्रकोप, जानें नियंत्रण के तरीके
तरबूज की फसल में हो रहा माहू का प्रकोप, जानें नियंत्रण के तरीके
तरबूज के पौधों में अक्सर माहू कीट का प्रकोप होता है। यह कीट पौधों की पत्तियों के साथ नरम शाखाओं का भी रस चूसते हैं। विभिन्न क्षेत्रों में इस कीट को चोपा, मोयला या एफिड के नाम से भी जाना जाता है। अगर आप भी कर रहे हैं तरबूज की खेती तो बेहतर पैदावार प्राप्त करने के लिए इस कीट की पहचान, इससे होने वाले नुकसान एवं इस पर नियंत्रण की जानकारी होना आवश्यक है। आइए इस विषय में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
माहू कीट की पहचान
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माहू कीट आकार में छोटे होते हैं।
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यह कीट 0.5 से 2 मिलीमीटर लम्बे होते हैं।
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नरम शरीर वाले यह हल्के हरे से पीले रंग के होते हैं।
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यह कीट समूह में आक्रमण करते हैं।
तरबूज की फसल में माहू कीट से होने वाले नुकसान
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माहू कीट तरबूज की पत्तियों का रस चूसते हैं।
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जिससे पत्तियां मुड़ी हुई नजर आती हैं।
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धीरे-धीरे पत्तियां पीली होने लगती हैं।
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तरबूज के पौधों में फूल कम निकलते हैं।
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कीट का प्रकोप बढ़ने पर पौधों के विकास में बाधा आती है।
माहू कीट पर नियंत्रण के तरीके
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इस कीट पर नियंत्रण के लिए प्रति लीटर पानी में 1 मिलीलीटर इमिडाक्लोप्रिड मिलाकर छिड़काव करें।
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इसके अलावा 150 लीटर पानी में 50 मिलीलीटर देहात हॉक मिलाकर छिड़काव करने से भी इस कीट पर आसानी से नियंत्रण किया जा सकता है।
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