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तरबूज
विभा कुमारी
कृषि विशेषयज्ञ
3 year
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तरबूज की फसल को लीफ माइनर कीट से बचाने के तरीके

तरबूज की फसल को लीफ माइनर कीट से बचाने के तरीके

लीफ माइनर कीट तरबूज की फसल को बुरी तरह क्षति पहुंचाते हैं। वर्षा के मौसम में अधिक सक्रिय होने वाले यह कीट आकार में छोटे होते हैं। इस कीट के फैलने का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मादा कीट एक बार में 160 तक अंडे दे सकती है। करीब 2 से 3 दिनों के अंदर अंडों से इल्लियां बाहर निकलती हैं। यदि आप तरबूज की खेती करते हैं तो अपनी फसल को लीफ माइनर कीट से बचाने के लिए प्रकोप का लक्षण एवं बचाव के तरीके यहां से देखें।

लीफ माइनर कीट के प्रकोप का लक्षण

  • सबसे पहले यह कीट पौधों की कोमल पत्तियों पर आक्रमण करते हैं।

  • यह पत्तियों के हरे पदार्थ को खुरच कर खाते हैं। जिससे पत्तियों पर टेढ़े-मेढ़े सुरंग नजर आने लगते हैं।

  • कुछ समय बाद पत्तियां कमजोर हो कर गिरने लगती हैं।

  • प्रकोप बढ़ने पर पौधों के विकास में बाधा आती है।

कैसे करें नियंत्रण?

  • प्रभावित पत्तियों को पौधों से अलग कर के नष्ट करें।

  • इस कीट पर नियंत्रण के लिए प्रति एकड़ खेत में 150 लीटर पानी में 50 मिलीलीटर देहात कटर मिला कर छिड़काव करें।

  • प्रति लीटर पानी में 1 मिलीलीटर इमिडाक्लोप्रिड मिलाकर छिड़काव करें।

  • यदि आवश्यकता हो तो 15 दिनों बाद दोबारा छिड़काव करें।

  • इसके अलावा फोरेट 10 प्रतिशत सीजी का छिड़काव भी इस कीट पर नियंत्रण के लिए कारगर है।

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हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। इस पोस्ट में बताई गई दवाओं को अपना कर आप आसानी से लीफ माइनर कीट पर नियंत्रण कर सकते हैं। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें। साथ ही इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।

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