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तम्बाकू के लिए नर्सरी कैसे करें तैयार?
तम्बाकू के लिए नर्सरी कैसे करें तैयार?
तम्बाकू की खेती में कम खर्च में अधिक मुनाफा होता है। इसलिए इसकी खेती नकदी फसल के रूप में की जाती है। आंध्र प्रदेश में बड़े पैमाने पर तम्बाकू की खेती की जाती है। इसके अलावा कर्नाटक, गुजरात और बिहार भी तम्बाकू उत्पादक राज्यों में शामिल हैं। देश के लगभग 85 प्रतिशत तम्बाकू का उत्पादन इन चार राज्यों में होता है। तम्बाकू की अच्छी फसल नर्सरी में तैयार किए गए पौधों पर निर्भर करती है। यदि नर्सरी अच्छे से तैयार की गई है तो किसान बेहतरीन फसल प्राप्त कर सकते हैं। नर्सरी तैयार करने की विधि यहां से देखें।
नर्सरी की तैयारी
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तम्बाकू के लिए नर्सरी तैयार करते समय सबसे पहले इस बात का ध्यान रखें कि हर वर्ष एक ही भूमि पर नर्सरी तैयार न करें।
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इसकी नर्सरी के लिए ऊंचाई वाले क्षेत्रों का चयन करें।
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नर्सरी के लिए बलुई मिट्टी और बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त है।
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इसके साथ ही क्षारीय मिट्टी का चयन करने से बचें।
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यदि भारी मिट्टी में नर्सरी तैयार करनी हो तो प्रति एकड़ भूमि में 40 टन बालू मिलाएं।
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मुख्य खेत में पौधों की रोपाई से करीब 1 से 1.5 महीने पहले नर्सरी तैयार की जाती है।
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सबसे पहले मिट्टी पलटने वाली हल से 2 बार गहरी जुताई करें।
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इसके बाद मिट्टी को हल्की जुताई करके समतल एवं भुरभुरी बना लें।
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नर्सरी में जल जमाव की समस्या से निजात पाने के लिए जल निकासी की उचित व्यवस्था करें।
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तम्बाकू के बीज की कई तरह से बुवाई की जाती है।
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आप छिड़काव विधि से भी बुवाई कर सकते हैं, लेकिन इसमें बीज की मात्रा अधिक लगती है।
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इसके अलावा आप नर्सरी में क्यारियां बनाकर बीज की बुवाई कर सकते हैं।
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क्यारियों पर बुवाई करने से पौधों को निकालने में आसानी होती है और खरपतवार पर नियंत्रण एवं सिंचाई में भी सुविधा होती है।
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जुताई करते समय प्रति एकड़ खेत में 140 किलोग्राम सिंगल सुपर फास्फेट मिलाएं।
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नर्सरी में पौधों को गलन रोग से बचाने के लिए रिडोमिल एम जेड का 0.2% घोल का छिड़काव करें।
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सिंचाई की आवश्यकता होने पर हजारे से सिंचाई करें।
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बुवाई के बाद क्यारियों को पुआल से ढक दें।
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