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सूरजमुखी : बेहतर फसल के लिए इस तरह तैयार करें खेत
सूरजमुखी : बेहतर फसल के लिए इस तरह तैयार करें खेत
सूरजमुखी की खेती के लिए जायद मौसम सबसे उपयुक्त है। इसकी खेती मुख्य रूप से तेल प्राप्त करने के लिए की जाती है। इसके अलावा इसकी खेती फूलों के लिए भी की जाती है। सूरजमुखी की खेती से पहले खेत तैयार करने की जानकारी होना आवश्यक है। आइए इस विषय में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
बीज की मात्रा
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प्रति एकड़ भूमि में संकुल किस्म की खेती करने के लिए 4.8 से 6 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है।
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वहीं प्रति एकड़ भूमि में संकर किस्मों की खेती के लिए 2 से 2.4 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है।
बीज उपचारित करने की विधि
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बुवाई से पहले प्रति किलोग्राम बीज को 2 से 2.5 ग्राम थीरम से उपचारित करें।
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इसके अलावा बुवाई से पहले बीज को 12 घंटों तक पानी में भिंगो कर रखें।
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इसके बाद बीज को 3 से 4 घंटों तक किसी छांव वाली जगह पर सूखाएं और बुवाई करें।
खेत तैयार करने की विधि
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खेत में पर्याप्त नमी नहीं होने पर पलेवा करने के बाद मिट्टी पलटने वाली हल से गहरी जुताई करें।
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इसके बाद देशी हल या कल्टीवेटर के द्वता 2 से 3 बार अच्छी तरह जुताई कर के मिट्टी को भुरभुरी बना लें।
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आखिरी जुताई के समय प्रति एकड़ भूमि में 2.8 से 3.2 टन अच्छी तरह सड़ी हुई गोबर की खाद मिलाएं।
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इसके अलावा सिंचित क्षेत्रों में 52 से 64 किलोग्राम यूरिया, 150 किलोग्राम सिंगल सुपर फॉस्फेट एवं 26 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश करें।
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उर्वरक प्रयोग करते समय यूरिया को 3 बराबर भागों में बांटे और 2 भाग यूरिया के साथ सिंगल सुपर फॉस्फेट एवं पोटाश की पूरी मात्रा का प्रयोग करें।
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बचे हुए 1 भाग यूरिया का छिड़काव बुवाई के 30 से 35 दिनों बाद खड़ी फसल में करें।
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सूरजमुखी की खेती के लिए उपयुक्त समय, मिट्टी एवं जलवायु की जानकारी यहां से प्राप्त करें।
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