पोस्ट विवरण
सुने
गोभी
विभा कुमारी
कृषि विशेषयज्ञ
1 year
Follow

सूख कर मर रही है फूलगोभी की पौध, ऐसे करें पौधों का बचाव

सूख कर मर रही है फूलगोभी की पौध, ऐसे करें पौधों का बचाव

भारत में फूलगोभी पूरे साल भर उगाई जाने वाली सब्जियों में शामिल है। सब्जी विटामिन बी और प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है और बाजार में हमेशा ही मांग में बनी रहती है। फूलगोभी की फसल में जरी सी लापरवाही फसल उत्पादन में आने वाली कई प्रकार की परेशानियों का कारण बन सकती है। इन समस्याओं में कई प्रकार के कीड़े एवं  रोग शामिल है, जो बहुत ही कम समय में फूल गोभी की फसल को पूरी तरह से नष्ट कर सकते हैं।

किसान अभी जायद सीजन की फूलगोभी के लिए नर्सरी की तैयारी कर रहे हैं वहीं कई राज्यों में फूल गोभी के पौधों पर रोगों का असर दिखना शुरू हो गया है। फूलगोभी में इस समय में ब्लैक लेग संक्रमण के प्रभाव से किसान चिंतित है। यह रोग बीजों के माध्यम से अन्य फसलों तक पहुंचता है और शुरुआती अवस्था में छोटे पौधों को संक्रमित कर देता है।

क्या है ब्लैक लेग रोग?

  • ब्लैक लेग मिट्टी से उत्पन्न एक प्रकार के फफूंद के संक्रमण द्वारा होने वाला रोग है, जो अत्यधिक वर्षा वाले क्षेत्रों या जलजमाव के कारण होता है और आमतौर पर कई प्रकार की सब्जियों की फसलों में देखा जाता है। यह रोग जड़ो को संक्रमित करता है जिससे जड़ों तक पोषक तत्वों का प्रवाह रुक जाता है और पौधे सूख जाते हैं।

रोग के लक्षण

  • प्रारंभिक संक्रमण के दौरान तनो के निचले हिस्से पर हलके रंग के धब्बे दिखाई देते हैं, जो बाद में भूरे रंग में बदल जाते हैं। धब्बों के किनारे काले अथवा बैंगनी रंग के होते हैं।

  • अधिक संक्रमण होने पर तने पूर्णरूप से काले पड़ जाते हैं।

  • खेतों में फूलगोभी के पौधे सूखे पड़े दिखाई देते हैं।

  • जड़ें काली पड़ जाती हैं।

रोकथाम के उपाय

  • खेतों में रोग की पहचान होते ही , सभी संक्रमित पौधों को निकल कर नष्ट कर दें

  • खेत में जल निकासी का उचित प्रबंध रखें।

  • अगर संक्रमण अपने शुरुआती चरण में है, तो ट्राईकोडर्मा के कल्चर से जड़ों के आस-पास छिड़काव करें।

  • अगर संक्रमण अत्यधिक बढ़ गया है तो विशेषज्ञों की सलाह अनुसार किसी अच्छे सिस्टमिक फफूंदनाशक और जीवाणुनाशक का जल्द ही छिड़काव करें।

  • अगर खेतों में एक भी पौधा संक्रमित हो, तो बिना उपचार सिंचाई न करें, पानी के बहाव के साथ फैलकर यह फफूंद बाकी पौधों को भी संक्रमित करता है।

यह भी पढ़ें:

फूलगोभी में ब्लैक लेग रोग पर नियंत्रण एवं फसल प्रबंधन के लिए देहात टोल फ्री नंबर 1800-1036-110 के माध्यम से कृषि विशेषज्ञों से सलाह लेकर समय पर फसल का बचाव करें। साथ ही अपने नज़दीकी देहात केंद्र से जुड़कर उच्च गुणवत्ता के उर्वरक एवं कीटनाशक खरीद जैसी सुविधा पाएं।

2 Likes
Like
Comment
Share
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ

फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ