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डॉ. प्रमोद मुरारी
कृषि विशेषयज्ञ
3 year
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स्टार्टर एवं ग्रो प्रो के प्रयोग से बढ़ाएं गेहूं की पैदावार

स्टार्टर एवं ग्रो प्रो के प्रयोग से बढ़ाएं गेहूं की पैदावार

विभिन्न रसायनों के अधिक प्रयोग से मिट्टी की उर्वरक क्षमता लगातार घटती जा रही है। ऐसे में गेहूं की खेती करने वाले किसानों के सामने बिना रसायनों का प्रयोग किए पैदावार में वृद्धि लाना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। किसानों की समस्या को दूर करने के लिए देहात ले कर आया है दो बेहतरीन जैविक उत्पाद। जिसके प्रयोग से पैदावार में वृद्धि के साथ भूमि की उर्वरक क्षमता में भी बढ़ोतरी होती है। इन बेमिसाल जैविक उत्पादों के नाम हैं 'देहात ग्रो प्रो' एवं 'देहात स्टार्टर'। यहां से इन दोनों उत्पादों के फायदे एवं प्रयोग की विधि की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

'देहात ग्रो प्रो' के फायदे

  • खेत की मिट्टी एवं पौधों पर इसका विपरीत प्रभाव नहीं होता है।

  • बीज के अंकुरण, पौधों एवं जड़ों के उचित विकास एवं कोशिका विभाजन में सहायक होने के साथ इसके प्रयोग से कल्लों की संख्या, फल, सब्जियां, फूलों एवं अन्य अनाजों की पैदावार में वृद्धि होती है।

  • केवल गेहूं ही नहीं, इसका प्रयोग सभी पौधों एवं फसलों में किया जा सकता है।

  • यह पौधों को मिट्टी से अधिक पोषक तत्वों को ग्रहण करने में सहायता करता है और सब्जियों के पौधों में पर्णहरिल की मात्रा में बढ़ोतरी में सहायक है। जिससे पौधों को भोजन बनाने में आसानी होती है।

'देहात ग्रो प्रो' प्रयोग की विधि

  • खेत की मिट्टी में इस्तेमाल करने के लिए प्रति एकड़ खेत में 250 ग्राम ग्रो प्रो उत्पाद को कम्पोस्ट खाद, वर्मीकम्पोस्ट खाद या गोबर की खाद में मिला कर प्रयोग करें।

  • पौधों या अन्य फसलों की पत्तियों पर प्रति एकड़ के अनुसार 100 से 150 ग्राम ग्रो प्रो उत्पाद को करीब 150 लीटर पानी में मिला कर छिड़काव करें।

'देहात स्टार्टर' के फायदे

  • फलों एवं फूलों की संख्या के साथ फसलों की पैदावार में वृद्धि के लिए सहायक है।

  • मिट्टी की उर्वरक क्षमता को नुकसान नहीं होता एवं जल धारण क्षमता में वृद्धि होती है।

  • स्टार्टर के प्रयोग से सूक्ष्म पोषक तत्वों की पूर्ति होती है।

  • गेहूं के साथ मक्का, आलू, गन्ना, सरसों, चना, टमाटर, जौ, प्याज, अलसी, आदि कई अन्य फसलों में भी इसे प्रयोग किया जा सकता है।

'देहात स्टार्टर' प्रयोग की विधि

  • प्रति एकड़ गेहूं की खेत में 4 किलोग्राम स्टार्टर उत्पाद की आवश्यकता होती है।

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हमें उम्मीद है इन जैविक उत्पादों के प्रयोग से गेहूं की पैदावार में वृद्धि होगी। अगर आपको यह जानकारी महत्वपूर्ण लगी है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक किसान इन उत्पादों का प्रयोग कर बेहतर फसल प्राप्त कर सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।

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