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सरसों : कटुआ कीट से बचाव
सरसों : कटुआ कीट से बचाव
सरसों हो या राई दोनों फसलों में समय-समय पर कई तरह के कीट आक्रमण करते हैं। जिनमें कटुआ कीट भी शामिल है। इस कीट के प्रकोप के कारण किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। यहां से आप कटुआ कीट की पहचान एवं नियंत्रण के उपाय देख सकते हैं। कटुआ कीट से फसलों की रक्षा करने के लिए इस पोस्ट में बताए गए तरीकों को अपनाएं।
कीट की पहचान
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इस कीट का लार्वा पीले धूसर रंग के होते हैं।
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व्यस्क कीट भूरे एवं हरे रंग के होते हैं।
नियंत्रण के उपाय
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सरसों की बुवाई से पहले खेत में एक बार गहरी जुताई करें। इससे मिट्टी में मौजूद कीट नष्ट हो जाएंगे।
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खेत को खरपतवार से मुक्त रखें।
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इस तरह के कीट सूखी घास एवं फसल के अवशेषों में छिपे रहते हैं। इसलिए खेत की नियमित सफाई करें और फसल के अवशेषों को खेत से बाहर निकाल दें।
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इस कीट पर नियंत्रण के लिए प्रति एकड़ खेत में डेढ़ सौ लीटर पानी में 50 मिलीलीटर देहात कटर मिलाकर छिड़काव करें।
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इसके अलावा प्रति एकड़ खेत में 8 किलोग्राम कार्बोफ्यूरान 3 जी का बुरकाव करें।
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इस पोस्ट में दी गई दवाओं का उपयोग करके आप कटुआ कीटों से आसानी से छुटकारा प्राप्त कर सकते हैं। यदि आपको यहां दी गई जानकारी महत्वपूर्ण लगी है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसान मित्रों के साथ साझा भी करें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।
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