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सरसों
विभा कुमारी
कृषि विशेषयज्ञ
2 year
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सरसों की कटाई का उपयुक्त समय, रखें इन बातों ध्यान

सरसों की कटाई का उपयुक्त समय, रखें इन बातों ध्यान

सरसों एक बहु-उपयोगी फसल है। इसके दानों को मसाले की तरह इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा इसके दानों से तेल भी प्राप्त किया जाता है। सरसों की खली को पशु आहार एवं जैविक खाद के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। केवल इतना ही नहीं, इसके तने को ईंधन की तरह इस्तेमाल किया। बहु-उपयोगी फसल होने के कारण इसकी खेती किसानों के लिए बहुत लाभदायक साबित होती है। लेकिन कई बार सही समय फसल की कटाई नहीं होने पर फलियां चटकने लगती हैं और किसानों को उचित मुनाफा नहीं मिल पाता है। आइए इस पोस्ट के माध्यम से हम सरसों की कटाई एवं कटाई के समय ध्यान में रखने वाले बातों की जानकारी प्राप्त करें।

सरसों की कटाई का उपयुक्त समय

  • सरसों की फसल को पक कर तैयार होने में 125 से 150 दिनों का समय लगता है।

  • जब सरसों की करीब 75 प्रतिशत फलियां पीले रंग की नजर आने लगे और दानों में 30 से 35 प्रतिशत नमी की मात्रा हो तब इसकी कटाई कर लेनी चाहिए।

सरसों की कटाई के समय रखें इन बातों का ध्यान

  • फसल की कच्ची अवस्था में कटाई करने पर बीज छोटे रह जाते हैं।

  • समय से पहले फसल की कटाई करने पर दानों में मौजूद तेल की मात्रा में कमी आ जाती है।

  • समय से पहले सरसों की कटाई करने पर बीज की अंकुरण क्षमता भी कम हो जाती है।

  • देर से फसल की कटाई करने पर फलियां चटकने लगती हैं। जिससे पैदावार में 7 से 10 प्रतिशत तक कमी आ सकती है।

सरसों की कटाई के बाद किए जाने वाले कार्य

  • सरसों की कटाई के बाद फसल को छोटे-छोटे गुच्छों में बांध लें।

  • फसल के सभी गुच्छों को करीब 2 से 3 दिनों तक धूप में सूखाएं।

  • दानों में 20 प्रतिशत से कम नमी होने तक फसल को सूखाएं।

  • दानों में 12 से 20 प्रतिशत तक नमी हो तब फसल की गहाई करनी चाहिए।

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