पोस्ट विवरण
शिमला मिर्च की खेती के लिए भूमि की तैयारी
शिमला मिर्च की खेती के लिए भूमि की तैयारी
शिमला मिर्च को कैप्सिकम, बेल पेपर, ग्रीन पेपर, स्वीट पेपर आदि कई नाम से जाना जाता है। इसमें विटामिन ए और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। इसकी खेती करने से पहले कुछ बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है। यहां से आप शिमला मिर्च की खेती के लिए खेत तैयार करने की विधि देख सकते हैं।
नर्सरी की तैयारी
-
नर्सरी तैयार करते समय सबसे पहले मिट्टी से खरपतवारों को नष्ट करें।
-
शिमला मिर्च के बीज का आकर छोटा होता है। इसलिए नर्सरी की मिट्टी को भुरभुरी बना लें।
-
इसके बाद मिट्टी में अच्छी तरह से सड़ी हुई गोबर की खाद मिलाएं।
-
नर्सरी की मिट्टी को उपचारित करने के लिए आप प्रति लीटर पानी में 1 ग्राम बाविस्टिन मिला कर छिड़काव करें।
-
अब खेत में क्यारियां तैयार करें। क्यारियां जमीन की सतह से करीब 10 से 15 सेंटीमीटर की ऊंचाई पर बनाएं।
-
सभी क्यारियों में 5-6 सेंटीमीटर की दूरी पर लगभग 1 सेंटीमीटर की गहराई पर बीज की बुवाई करें।
खेत की तैयारी
-
पौधे 25-35 दिन मे रोपाई योग्य हो जाते हैं।
-
मुख्य खेत की 5 से 6 बार अच्छी तरह जुताई करें।
-
अंतिम जुताई के पहले खेत में गोबर खाद मिलाएं। इससे पैदावार में बढ़ोतरी होती है।
-
आप चाहें तो गोबर खाद की जगह खेत में कम्पोस्ट खाद का भी प्रयोग कर सकते हैं।
-
इसके बाद खेत में 90 सेंटीमीटर चौड़ी क्यारियां बना लें।
-
एक क्यारी पर दो कतारों में पौधों की रोपाई करें।
-
पौधों को 60 सेमी X 45 सेमी , 45 X45 सेमी की दूरी पर शीतकालीन एवं ग्रीष्मकाल मे क्रमश लगाना चाहिए।
जारी रखने के लिए कृपया लॉगिन करें
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ