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4 June
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मक्का में बुवाई के साथ जरूरी शाकनाशी छिड़काव

मक्का में बुवाई के साथ जरूरी शाकनाशी छिड़काव

मक्के के खेतों में अधिक खाली जगह और धीमी प्रारंभिक वृद्धि के कारण फसल में खरपतवार एक गंभीर समस्या है। मक्के की फसल में प्रमुख खरपतवार प्रजातियां गुली डंडा घास या गेहूं का मामा, कैनरी घास, जंगली जई, बथुआ, जंगली सेन्जी, स्वाइन घास इत्यादि हैं। ये खरपतवार फसल में पोषक तत्वों एवं पानी का तेजी से अवशोषण करते हैं और फसल में 35% तक की उपज हानि का करण बनते हैं। मक्के की फसल में प्रारंभिक 4 से 6 सप्ताह की अवधि के दौरान खरपतवार का नियंत्रण किया जाना आवश्यक होता है। खरपतवार नियंत्रण न केवल अधिक उपज प्राप्त करने के लिए जरूरी है, बल्कि फसल से अधिक गुणवत्ता पूर्ण फल प्राप्ति में भी खरपतवार नियंत्रण एक अहम भूमिका निभाता है। मक्का में खरपतवार नियंत्रण यांत्रिक रूप से कुदाल द्वारा किया जाता है। इसके अलावा मल्चिंग द्वारा भी फसल में खरपतवार नियंत्रण किया जा सकता है। मक्का की फसल में मंल्चिग विधि में विभिन्न वानस्पतिक पौधे जैसे लैंटाना, ल्यूकेना या कुडज़ू की टहनियों का प्रयोग किया जाता है। यह प्रक्रिया न केवल खरपतवार नियंत्रण में मदद करती है बल्कि मिट्टी के संरक्षण और मिट्टी में अधिक समय तक नमी बनाने के लिए भी कारगार है।

मक्का में खरपतवार नियंत्रण के लिए खरपतवार नाशक का उपयोग काफी प्रभावी और व्यापक है। मक्का में एट्राजिन 50% डब्ल्यूपी सबसे लोकप्रिय खरपतवारनाशक है जो मक्का में खरपतवारों के जमाव और विकास को रोकता है।

  • फसल बुवाई के 1 दिन बाद एट्राज़िन 50% डब्ल्यूपी की 400 -800 ग्राम मात्रा का छिड़काव 150 से 200 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ की दर से करें।

  • फसल बुवाई के 40 दिन बाद टेम्बोट्रियोन 34.4% एससी की 114 मिलीग्राम मात्रा का छिड़काव प्रति एकड़ की दर से करें।

  • शून्य जुताई वाले क्षेत्रों में बीजारोपण से 10-15 दिन पहले पैराक्वेट 24% एसएल की 220-800 ग्राम मात्रा का छिड़काव 150 से 200 लीटर पानी में प्रति एकड़ की दर से इस्तेमाल करें।

यह भी देखें:

  • खरीफ मक्का में बुवाई का उपयुक्त समय एवं बुवाई की विधि जानने के लिए देखें यह वीडियो।

किसान भाई ऊपर दिए गए ऊपायों से मक्का की फसल में खरपतवार नियंत्रण कर अपनी उपज को बढ़ा सकते हैं और बिना किसी नुकसान के अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। मक्के की खेती से जुड़ी अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए टोल फ्री नंबर 1800-1036-110 पर कॉल करके या फिर कमेंट बॉक्स के माध्यम से भी आप हमें सवाल पूछ सकते हैं। कृषि संबंधित ज्ञानवर्धक और रोचक जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।


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