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प्याज
डॉ. प्रमोद मुरारी
कृषि विशेषयज्ञ
2 year
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प्याज की अधिक बढ़वार को रोक ऐसे बढ़ाएं कंद का आकार

प्याज की अधिक बढ़वार को रोक ऐसे बढ़ाएं कंद का आकार

रबी की प्याज की खेती सबसे अच्छी मानी जाती है। प्याज की खेती महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और गुजरात में मुख्यत: की जाती है। हर वर्ष प्याज के भाव बढ़ते रहते हैं इसलिए इसकी खेती किसान के लिए मुनाफे की खेती है। फसल के पैदावार के लिए इसकी देखभाल की जररूत होती है। समय से सही उर्वरक का इस्तेमाल कर किसान इसकी फसल से अधिक पैदावार ले सकते हैं। किन्तु कई बार देखने को मिलता है कि प्याज की बढ़वार तो ज्यादा है लेकिन कंद का आकार छोटा है। इससे फसल के पैदावार पर असर पड़ता है। तो चलिए जानते हैं कैसे प्याज को अधिक बढ़ने से रोक सकते हैं और कंद के आकार को बढ़ाकर अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। जानने के लिए पढ़िए यह आर्टिकल।

प्याज को ज्यादा बढ़ने से कैसे रोकें

  • उचित समय पर उचित खाद और उर्वरक का इस्तेमाल करें।

  • गंधक और जिंक की कमी होने पर ही इनका उपयोग करें।

  • पौधों को स्वस्थ एवं हरा भरा रखें।

  • 45 से 50 दिन के अंतराल पर नाइट्रोजन का छिड़काव करें। ज्यादा नाइट्रोजन देने से पत्ते सारी ऊर्जा को ग्रहण कर लेते हैं जिससे कंद का आकार छोटा रह जाता है।

  • फसल को रोग मुक्त एवं कीट मुक्त रखें।

कंद के आकार को कैसे बढ़ाएं

  • फसल की शुरुआती अवस्था में 20 से 25 दिन पर एन.पी.के. 19:19:19 का छिड़काव करें।

  • पौधों की बुआई के 40 दिनों बाद बोरान का पहला छिड़काव करें। इसके इस्तेमाल से प्याज के कंदों के आकार में बढ़ोतरी होती है। दो बार इसका प्रयोग करें।

  • बुवाई के 60 दिनों बाद दूसरी बार बोरान का छिड़काव करें।

  • बुआई के 50 से 60 दिनों बाद एक एकड़ फसल में 10 किलोग्राम कैल्शियम नाइट्रेट का छिड़काव कर, सिंचाई करें।

  • पौधों की बढ़वार ज्यादा है तो कंद की वृद्धि के लिए ग्रोथ रेगुलेटर का इस्तेमाल करें।

  • प्रति एकड़ खेत में 8 किलोग्राम देहात स्टार्टर का प्रयोग करें। इसके प्रयोग से फसल में पोषक तत्वों की पूर्ति होगी और कंद के आकार में बढ़ोतरी होगी।

  • प्याज की अंतिम अवस्था में 70 से 80 दिन बाद एनपीके 00:00:50 पोटाश का स्प्रे करें। जिससे प्याज के कंद में बढ़ोतरी होगी।

  • खरपतवार पर नियंत्रण रखें। इसकी अधिकता होने पर पौधों में पोषक तत्वों की कमी हो जाएगी, जिससे कंद का आकार छोटा रह जायेगा।

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आशा है कि यह जानकारी आपके लिए लाभकारी साबित होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लाइक करें और अपने किसान मित्रों के साथ जानकारी साझा करें। जिससे अधिक से अधिक लोग इस जानकारी का लाभ उठा सकें और प्याज के कंद का आकार बढ़ाकर अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकें। इससे संबंधित यदि आपके कोई सवाल हैं तो आप हमसे कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं। कृषि संबंधी अन्य रोचक एवं महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।

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