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पत्ता गोभी की फसल में हो रहा पत्ती छेदक कीट का प्रभाव, जानें नियंत्रण के तरीके
पत्ता गोभी की फसल में हो रहा पत्ती छेदक कीट का प्रभाव, जानें नियंत्रण के तरीके
पत्ती छेदक कीट की पहचान पत्तों पर हरे रंग के कीट के रूप में की जा सकती है, जिसके दोनों तरफ छोटे काले धब्बे और पीठ पर सफेद धारियां देखी जा सकती है। यह कीट पत्तियों को चारों तरफ से लपेटकर एक जाल बनाते हैं और भीतरी पत्तियों और फलों में छेद कर फसल को नुकसान पहुंचाते हैं। पत्ती छेदक कीट पत्तियों के निचले हिस्से पर गुच्छों में अंडे देते हैं। ये गुच्छे हरे, पीले रंग के दिखाई देते हैं और लार्वा निकलने से कुछ समय पहले चमकीले और भूरे रंग के हो जाते हैं। पत्तियों में नुकसान आमतौर पर वयस्क कीट के द्वारा अधिक देखने को मिलता है जो फसल की शुरुआती अवस्था से कटाई तक फसल को संक्रमित करता है। पत्ता गोभी में पत्ता छेदक कीट को शुरुआती अवस्था में ही कुछ सावधानियां बरत कर नियंत्रित किया जा सकता है। इस कीट पर नियंत्रण से जुड़ी अधिक जानकारी यहां से देखें।
पत्ता गोभी में पत्ती छेदक कीट से होने वाले नुकसान
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पत्तियां मुड़ने लगती हैं और पत्तियों पर जाले नजर आने लगते हैं।
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पत्तियों पर छेद दिखने लगती है।
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कुछ समय बाद पत्तियां सूखने लगती हैं।
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बहुत कम समय में पूरी फसल संक्रमित हो जाती है।
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फसल की पैदावार में कमी आती है।
पत्ती छेदक कीट पर नियंत्रण के उपाय
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नियमित रूप से पौधों की जांच करते रहें।
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रोपाई के लिए कीट मुक्त बीज का उपयोग करें।
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लक्षण दिखाई देने पर पत्तियों या पौधों को पूरी तरह हटा दें।
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पतंगों को आकर्षित करने के लिए कतारों के बीच ट्रैप फसल के रूप में सरसों की कतार लगाएं।
पत्ती छेदक कीट पर रासायनिक विधि से नियंत्रण
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फोरेट (10 जी) की 4 किलोग्राम मात्रा का एक एकड़ के अनुसार छिड़काव करें।
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स्पाइनोसैड 2.5% ई सी या 100 ग्राम एमामैक्टिन बेनज़ोएट 5 एस जी को 150 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ में स्प्रे करें।
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40 ग्राम नीम अर्क को 1 लीटर पानी में मिलाकर पौधों पर स्प्रे करें।
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शुरुआती लक्षणों के लिए थायोडीकार्ब 75 डब्ल्यू पी 40 ग्राम को प्रति 15 ली. पानी में मिलाकर पौधों पर छिड़काव करें।
यह भी देखें:
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