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फूल गोभी की बेहतर पैदावार के लिए उर्वरक प्रबंधन
फूल गोभी की बेहतर पैदावार के लिए उर्वरक प्रबंधन
फूल गोभी की अच्छी फसल प्राप्त करने के लिए सही समय पर एवं उचित मात्रा में पोषक तत्वों की पूर्ति करना आवश्यक है। कई बार पोषक तत्वों की कमी के कारण पौधों के विकास में बाधा आती है। वहीं कभी-कभी पोषक तत्वों की कमी होने पर गोभी के फूल भूरे एवं पीले हो कर फटने लगते हैं। आइए इस पोस्ट के माध्यम से फूल गोभी की बेहतर पैदावार के लिए उर्वरक प्रबंधन की विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
फूल गोभी की बेहतर पैदावार के लिए उर्वरक प्रबंधन
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फूल गोभी की बेहतर पैदावार के लिए मिट्टी में पर्याप्त मात्रा में जीवांश होना जरूरी।
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मिट्टी में जीवांश की मात्रा बढ़ने के लिए प्रति एकड़ भूमि में 8 से 10 टन अच्छी तरह सड़ी हुई गोबर की खाद या कम्पोस्ट खाद मिलाएं। खेत तैयार करते समय प्रति एकड़ भूमि में 24 किलोग्राम नाइट्रोजन, 24 किलोग्राम फॉस्फोरस एवं 16 किलोग्राम पोटाश मिलाएं।
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फसल जब 30 दिन की हो जाए तब प्रति एकड़ भूमि में 12 किलोग्राम नाइट्रोजन का छिड़काव करें।
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इसके बाद 45 दिनों की फसल में भी प्रति एकड़ भूमि में 12 किलोग्राम नाइट्रोजन की टॉप ड्रेसिंग करें।
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अच्छे विकास के लिए 15 लीटर पानी में 75 ग्राम घुलनशील उर्वरक 19:19:19 मिलाकर छिड़काव करें।
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फूल निकलते समय 15 लीटर पानी में 15 ग्राम सूक्ष्म पोषक तत्व एवं 75 ग्राम घुलनशील उर्वरक 13:00:45 मिलाकर छिड़काव करें।
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गोभी की फसल में बोरान की मात्रा की पूर्ति के लिए प्रति लीटर पानी में 1 ग्राम कैल्शियम और 1 ग्राम बोरान मिलाकर छिड़काव करें। इससे फूलों के फटने की समस्या से छुटकारा मिलती है और फूल अधिक गठीले होते हैं।
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बोरान की कमी दूर करने के लिए प्रति एकड़ खेत में 4 से 6 किलोग्राम बोरान का छिड़काव भी कर सकते हैं।
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