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फसलों को बचाएं चूहों के प्रकोप से
फसलों को बचाएं चूहों के प्रकोप से
विश्व में चूहों की 500 से भी अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं। हर वर्ष चूहों के आतंक से फसलों का भारी नुकसान होता है। राष्ट्रीय आंकड़ों के अनुसार चूहे फसलों को 5 से 15 प्रतिशत तक क्षति पहुंचाते हैं। गर्मी का मौसम हो या ठंड का, चूहे हर परिस्थिति में जीवित रहते हैं। ऐसे में किसानों के सामने अपनी फसलों को बचाना बहुत कठिन होता जा रहा है। अगर आपकी फसलों में भी है चूहों का आतंक तो इनसे निपटने के तरीके यहां से देखें।
चूहे पकड़ने वाले यंत्र
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खेत में पिंजरे या चूहे पकड़ने वाले यंत्र का प्रयोग करें। खेत में करीब 10 मीटर की दूरी पर पिंजरे रखें। पिंजरे में बाजरा, चावल, दाल, गेहूं, आदि में खाने वाला तेल एवं चीनी मिलाकर रख दें। पिंजरे का दरवाजा खुला रहने दें। खाने के प्रलोभन से चूहे पिंजरे में आकर फंस जाएंगे। चूहों को पकड़ने के लिए एक महीने बाद इस प्रक्रिया को दोहराएं।
रासायनिक नियंत्रण
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1 किलोग्राम अनाज में 250 ग्राम जिंक फास्फाइड मिलाएं। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि जिंक फास्फाइड मिलाते समय हाथों में दस्ताना पहनना आवश्यक है। जिंक फास्फाइड के प्रयोग से भी चूहों को मारा जा सकता है।
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शाम के समय चूहों के बिल को मिट्टी से बंद करें। अगली सुबह खुले हुए बिल में 8 से 10 ग्राम जिंक फास्फाइड या 15 ग्राम ब्रोमेडायोलोन डालें।
कुछ अन्य उपाय
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जहां से चूहे आते हैं या खेत में मौजूद बिलों में लाल मिर्च का पाउडर डालें। इसे खाने से चूहों की मौत हो सकती है।
- चूहे प्याज की गंध बर्दाश्त नहीं कर सकते। इसलिए उनके बिलों के पास प्याज के टुकड़े डालें।
हमें उम्मीद है इस पोस्ट में बताए गए उपायों को अपना कर आप विभिन्न फसलों को चूहों के प्रकोप से आसानी से बचा सकते हैं। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक किसान इसका लाभ उठा सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें। कृषि संबंधी अन्य रोचक जानकारियों के लिए जुड़े रहे देहात से।
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