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फसलों की बेहतर उत्पादन में सहायक मधुमक्खियां
फसलों की बेहतर उत्पादन में सहायक मधुमक्खियां
मधुमक्खी पालन किसानों की आय दुगनी करने का एक अच्छा विकल्प है। मधुमक्खी पालन से किसान शहद, मोम आदि तो प्राप्त करते ही हैं, साथ ही यह फसलों की बेहतर उत्पादन में भी सहायक है। मधुमक्खी पालन से फसलों की पैदावार में किस तरह वृद्धि होती है और इस विषय पर हुए कुछ शोधों की जानकारी के लिए इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।
मधुमक्खियां फसलों की बेहतर पैदावार में कैसे सहायक हैं?
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फलों, सब्जियों एवं फसलों की वृद्धि मधुमक्खी एवं भंवरों के परागण पर निर्भर करता है।
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अगर किसी पौधे में परागण की प्रक्रिया अच्छी तरह हुई है तो उस पौधे के फलों एवं सब्जियों की गुणवत्ता बेहतर होती है।
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इसके साथ ही फसलों की उत्पादकता में भी बढ़ोतरी होती है।
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फल एवं सब्जियां ज्यादा रसदार होते हैं।
क्यों है यह एक बेहतर विकल्प?
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उत्पादकता बढ़ाने के लिए विभिन्न खाद एवं उर्वरकों के प्रयोग में लागत अधिक होती है।
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मधुमक्खी पालन से फसलों की उत्पादकता बढ़ाने के साथ किसान शहद और मोम जैसे उत्पाद भी प्राप्त कर सकते हैं। यह किसानों की आय बढ़ाने में सहायक है।
क्या कहते हैं रिपोर्ट्स?
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कृषि अनुसंधान केंद्र के द्वारा किए गए शोध के अनुसार मधुमक्खी पालन से फसलों की उत्पादकता में 14 से 30 प्रतिशत तक बढ़ोतरी होती है।
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मधुमक्खियां पूरे विश्व में करीब दो अरब छोटे किसानों के लिए खाद्य उत्पादकता बढ़ाने में मदद करती हैं।
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मधुमक्खी के परागण में कमी के कारण खाद्य पदार्थों की पोशकता पर भी असर देखा गया है।
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