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फसलों में दवाओं के छिड़काव के समय रखें इन बातों का ध्यान
फसलों में दवाओं के छिड़काव के समय रखें इन बातों का ध्यान
अनाज हो या फल-फूल वाले पौधे, हर तरह की फसल में रोग एवं कीटों का प्रकोप होता ही है। समय रहते अगर विभिन्न रोगों एवं कीटों पर नियंत्रण नहीं किया गया तो फसल का भारी नुकसान होता है। विभिन्न रोगों एवं कीटों पर नियंत्रण के लिए अक्सर किसान कीट नाशक एवं फफूंद नाशक दवाओं का छिड़काव करते हैं। इसके अलावा कई बार पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए भी उर्वरकों का छिड़काव किया जाता है। लेकिन क्या आप फसलों में छिड़काव करने की सही प्रक्रिया जानते हैं? अगर नहीं जानते तो इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ें। यहां से फसलों में दवाओं के छिड़काव के समय ध्यान में रखने वाली बातों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आइए इस विषय में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
फसलों में दवाओं के छिड़काव के समय ध्यान में रखने वाली बातें
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कीटनाशक, फफूंदनाशक, उर्वरक एवं टॉनिक सभी को एक साथ मिला कर छिड़काव न करें।
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दवाओं की मात्रा का ध्यान रखें। कई बार दवा की मात्रा कम या अधिक होने के कारण भी उचित परिणाम नहीं मिल पाता है।
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छिड़काव हमेशा साफ मौसम में करें।
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वर्षा होने की संभावना होने पर छिड़काव करने से बचें।
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तेज धूप में भी छिड़काव न करें।
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दवाओं एवं उर्वरकों का छिड़काव हमेशा सुबह या शाम के समय करें।
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दवाओं एवं पोषक तत्वों के छिड़काव के समय खेत में उचित मात्रा में नमी होना आवश्यक है।
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