पोस्ट विवरण
सुने
सब्जियां
विभा कुमारी
कृषि विशेषयज्ञ
2 year
Follow

फरवरी महीने में करें यह कृषि कार्य, होगी भरपूर पैदावार

फरवरी महीने में करें यह कृषि कार्य, होगी भरपूर पैदावार

बेहतर फसल प्राप्त करने के लिए मौसम के अनुसार अलग-अलग महीने में किए जाने वाले कृषि कार्यों की जानकारी होना बहुत जरूरी है। सही समय पर उचित कृषि कार्यों के द्वारा किसान अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं। आइए इस पोस्ट के माध्यम से हम फरवरी महीने में करें यह कृषि कार्यों पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।

  • लहसुन : इस समय लहसुन के पौधों में कंद बनने लगते हैं। कंदों के आकार में वृद्धि के लिए पोटाश एवं बोरोन का प्रयोग करें। इसके अपवा अगर पत्तियों की लम्बाई बढ़ रही है तो इसे रोकने के लिए प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर का प्रयोग करें।

  • लाल साग : लाल साग की बुवाई के लिए फरवरी से मार्च तक का समय उपयुक्त है। भुरभुरी मिट्टी में बीज अच्छी तरह अंकुरित होते हैं। इसलिए खेत की तैयारी के समय जुताई के बाद पाटा अवश्य लगाएं। प्रति एकड़ भूमि में इसकी खेती करने के लिए 1 से 1.2 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है।

  • सरसों : इस महीने में सरसों की फलियां पकने लगती हैं। अगर आपने देर से बुवाई की है तो इस समय आपकी फसल में फलियों का निर्माण होने लगता है। दोनों ही स्थिति में फसल की सिंचाई करें। फलियों के बनते समय एवं दानों के पकने के समय सिंचाई करने से हमें सरसों की बेहतर पैदावार प्राप्त होती है।

  • खीरा : खीरा की बुवाई के लिए यह समय उपयुक्त है। अगर आप भी खीरा की खेती करना चाहते हैं तो सबसे पहले खेत में 1 बार गहरी जुताई करें। इसके बाद 2 से 3 बार हल्की जुताई करें। स्वस्थ पौधे प्राप्त करने के लिए नर्सरी में गोबर की खाद या कम्पोस्ट खाद का प्रयोग करें।

  • अनानास : इसकी खेती जनवरी से मार्च महीने के बीच की जाती है। बेहतर पैदावार के लिए इसकी खेती जीवांश युक्त बलुई दोमट मिट्टी में करें। इसकी खेती के लिए जायंट क्यू, क्वीन, मॉरीशस, रेड स्पैनिश, आदि किस्मों का चयन कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें :

हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको इस पोस्ट में दी गई जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक किसान मित्र इस जानकारी का लाभ उठाते हुए बेहतर फसल प्राप्त कर सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें। पशु पालन एवं कृषि संबंधी अधिक जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।

3 Likes
Like
Comment
Share
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ

फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ