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फेरोमोन ट्रैप से करें फल मक्खी पर नियंत्रण?
फेरोमोन ट्रैप से करें फल मक्खी पर नियंत्रण?
फल मक्खी, सब्जी और फलों की फसल में लगने वाला एक बेहद ही आम कीट है। इस कीट का शरीर लाल-भूरे रंग और सुनहरे रंग का होता है। इसके साथ ही इसके शरीर पर धारियों के साथ पारदर्शी और चमकदार पंख होते हैं। यह कीट फल के अंदर घुसकर अंडे देता है। जिससे फल टेढ़े-मेढ़े होकर सड़ने लगते हैं। इस कीट पर नियंत्रण के लिए फेरोमोन ट्रैप का प्रयोग बहुत कारगर होता है। फेरोमोन ट्रैप के अंदर एक प्रकार का रसायन डाला जाता है, जो कीटों को आकर्षित करता है। जिससे उनकी असामान्य बढ़ोतरी में भी कमी आती है। फसलों में फल मक्खी के प्रकोप को कम करने के लिए फेरोमोन ट्रैप एक सस्ती और प्रभावी तकनीक है। जिससे जुड़ी अधिक जानकारी आप यहां देख सकते हैं।
क्या है फेरोमोन ट्रैप
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यह एक चिपचिपे पदार्थ वाला जालीनुमा ट्रैप है जिसमें नर या मादा गंध वाले ट्रैप लगे होते हैं। इस ट्रैप में इस्तेमाल किए जाने वाले गंध के कारण नर या मादा कीट आकर्षित होते हैं।
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फेरोमोन ट्रैप में फंसे कीट मर जाते हैं। जिससे कीटों में प्रजनन क्रिया कम हो जाती है और कीटों की संख्या धीरे-धीरे कम होने लगती है।
फेरोमोन ट्रैप के लाभ
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कीटनाशक और रसायन के प्रयोग और लागत में कमी आती है।
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यह विषैले नहीं होते हैं इसलिए यह वातावरण को प्रभावित नहीं करते हैं।
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कीड़े अपनी संख्या नहीं बढ़ा पाते हैं और जिससे उन पर नियंत्रण में आसानी होती है।
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ट्रैप केवल एक बार खरीदना होता है। ट्रैप में लगने वाली गंध यानी ल्योर को विभिन्न कीटों के अनुसार बदला जाता है।
फेरोमोन ट्रेप की प्रयोग विधि
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प्रति एकड़ खेत में केवल 4 से 6 ट्रैप की ही आवश्यकता होती है।
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ट्रैप को डंडे के सहारे बांधकर खेत में लटका दें।
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ट्रैप का उपरी भाग फसल से 1 से 2 फीट ऊपर रखें।
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एक ट्रैप से दूसरे ट्रैप की दूरी 30 से 40 मीटर रखें।
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एकत्रित कीड़ों को नियमित रूप से नष्ट कर थैली को बराबर खाली करते रहें।
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खेत में कीट की संभावना होने पर पौधों में फूल बनते समय ही ट्रैप लगाएं।
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