पोस्ट विवरण
सुने
कद्दूवर्गीय
डॉ. प्रमोद मुरारी
कृषि विशेषयज्ञ
2 year
Follow

पेठा की प्रमुख किस्में एवं पैदावार

पेठा की प्रमुख किस्में एवं पैदावार

पेठा खाने में जितना स्वादिष्ट है उतना ही हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद भी है। इसकी खेती गर्मी के मौसम के साथ वर्षा के मौसम में भी की जाती है। इसकी खेती किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होती है। अगर आप भी करना चाहते हैं पेठे की खेती तो इसकी कुछ बेहतरीन किस्मों की जानकारी होना आवश्यक है। आइए इस पोस्ट के माध्यम से हम पेठे की उन्नत किस्मों की जानकारी प्राप्त करें।

पेठे की बेहतरीन किस्में

  • कोयम्बटूर 1 : यह किस्म पछेती बुवाई के लिए उपयुक्त है। प्रत्येक फल 7 से 8 किलोग्राम के होते हैं। इसका उपयोग सब्जी एवं मिठाई दोनों बनाने के लिए किया जाता है। प्रति एकड़ जमीन में खेती करने पर 120 क्विंटल तक फसल की प्राप्ति होती है।

  • काशी धवल : यह किस्म गर्मी के मौसम में खेती के लिए उपयुक्त है। बीज की रोपाई के करीब 120 दिनों बाद पौधों में फल आने शुरू हो जाते हैं। इस किस्म के प्रत्येक फल का वजन लगभग 12 किलोग्राम तक होता है। फलों का गूदा सफेद रंग के होते हैं। प्रत्येक एकड़ भूमि में खेती करने पर 200 से 240 क्विंटल तक पैदावार होती है।

  • पूसा विश्वास : इस किस्म के प्रत्येक फल का वजन करीब 5 किलोग्राम तक होता है। फलों का गूदा मोटा और पीला रंग का होता है। बीज रोपाई के लगभग 110 से 120 दिनों बाद फल पक कर तैयार हो जाते हैं। प्रति एकड़ भूमि में खेती करने पर 100 से 120 क्विंटल तक पैदावार होती है।

इन किस्मों के अलावा काशी उज्ज्वल, कोयम्बटूर 2, सी.ओ. 1, अर्को चन्दन, पूसा हाइब्रिड, नरेन्द्र अमृत, संकर नरेन्द्र काशीफल 1, नरेन्द्र अग्रिम, बी एस एस- 988, बी एस एस- 987, आदि किस्में शामिल है।

हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको इस पोस्ट में दी गई जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक किसानों तक यह जानकारी पहुंच सके। इससे जुड़े अपने अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें। पशु पालन एवं कृषि संबंधी अधिक जनाकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।

1 Like
Like
Comment
Share
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ

फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ