पेठा कद्दू वर्गीय सब्जियों में शामिल है। कुछ क्षेत्रों में इसे सफेद कद्दू, धुंधला खरबूजा या ठंड का खरबूजा भी कहा जाता है। शुगर की मात्रा कम होने के कारण यह डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है। पेठे की सब्जी बनाने के अलावा मिठाइयां भी बनाई जाती हैं। बात करें पेठे की खेती की तो इसकी खेती से पहले कुछ बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है। आइए पेठे की खेती पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
पेठा की खेती के लिए उपयुक्त समय
पेठा की खेती गर्मी एवं वर्षा दोनों मौसम में की जाती है।
गर्मी के मौसम में खेती के लिए इसकी बुवाई फरवरी से मार्च महीने में करनी चाहिए।
वर्षा के मौसम में खेती करने के लिए इसकी बुवाई जून से जुलाई महीने में की जाती है।
बीज की मात्रा एवं बीज उपचार
प्रति एकड़ भूमि में खेती करने के लिए 2.4 से 3.2 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है।
बुवाई से पहले प्रति किलोग्राम बीज को 2 ग्राम कार्बेंडाजिम से उपचारित करें।
उपयुक्त मिट्टी एवं जलवायु
इसकी खेती के लिए उचित जल निकासी वाली दोमट मिट्टी और बलुई दोमट मिट्टी सर्वोत्तम है।
इसके अलावा इसकी खेती मध्यम अम्लीय मिट्टी एवं भारी दोमट मिट्टी में भी सफलतापूर्वक की जा सकती है।
जायद मौसम में इसकी खेती के लिए रेतीली बलुई दोमट मिट्टी का चयन करें। इस तरह की मिट्टी में वर्षा के बाद जल जमाव की समस्या नहीं होती है।
मिट्टी का पी.एच स्तर 6 से 8 होना चाहिए।
पेठा की खेती के लिए उष्णकटिबंधीय जलवायु की आवश्यकता होती है।
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