पोस्ट विवरण
पान की खेती के लिए इस तरह तैयार करें खेत
पान की खेती के लिए इस तरह तैयार करें खेत
हमारे देश में पान की खेती सदियों पहले से की जाती है। भारत के कर्नाटक, तमिलनाडु, उड़ीसा, केरल, बिहार , पश्चिम बंगाल, असम, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान में सफलतापूर्वक इसकी खेती की जाती है। पान की खेती के लिए खेत तैयार करने की विधि यहां से प्राप्त करें।
-
इसकी खेती के लिए सबसे पहले मिट्टी पलटने वाले हल से गहरी जुताई करें।
-
पहली जुताई अप्रैल - मई महीने में करें। इससे तेज धूप के कारण मिट्टी में मौजूद कीट एवं खरपतवार नष्ट हो जाएंगे।
-
अगस्त में फावड़े से गुड़ाई करें।
-
इसके बाद 2 से 3 बार हल्की जुताई कर के मिट्टी को भुरभुरी बना लें। हल्की जुताई के लिए देशी हल का प्रयोग करें।
-
प्रति एकड़ जमीन में 20 किलोग्राम नीम की खली का छिड़काव करें।
-
आप 30-40 किलोग्राम अच्छी तरह सड़ी हुई गोबर की खाद में 1 किलोग्राम ट्राइकोडर्मा विरडी पाउडर मिला कर 1 हफ्ते तक छांव में रख दें।
-
पान की बुवाई से पहले इस खाद को खेत में मिला दें। इससे पैदावार में वृद्धि होती है और फसलों की गुणवत्ता भी बेहतर होती है।
-
खेत में वर्षा के पैनी के निकलने का उचित प्रबंध करें।
-
इसके बाद आप बरेजा तैयार करें। बरेजा पान की फसल को तेज धूप और अधिक ठंड दोनों से बचाता है।
-
रोपाई के लिए खेत में क्यारियां बना लें। हर क्यारियों के बीच 80 से 100 सेंटीमीटर की दूरी रखें।
-
पौधों को 10 से 20 सेंटीमीटर की दूरी पर लगाएं।
जारी रखने के लिए कृपया लॉगिन करें
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ