पोस्ट विवरण
मूली की अधिक पैदावार के लिए करें इस किस्म का चयन
मूली की अधिक पैदावार के लिए करें इस किस्म का चयन
'रेडिश केटीएक्स 999' मूली की एक बेहतरीन किस्म है। इसमें विटामिन बी 6, कैल्शियम, कॉपर, मैग्नीश्यिम, पोटाश्यिम, फॉलिक एसिड आदि कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इस किस्म की मूली का रंग चमकदार दूधिया सफेद होता है। जड़ों की लम्बाई 20 से 22 सेंटीमीटर होती है। जड़ों का व्यास 3.0 से 4.0 सेंटीमीटर होता है। आइए इस किस्म की विषेशताओं एवं इसकी खेती पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
बुवाई का उपयुक्त समय
-
इसकी बुवाई के लिए नवंबर-दिसंबर का महीना उययुक्त है।
-
इसके अलावा जनवरी-फरवरी महीने में भी इसकी बुवाई की जा सकती है।
बीज की मात्रा
-
प्रति एकड़ भूमि में खेती करने के लिए 4 से 5 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है।
उपयुक्त मिट्टी
-
बेहतर पैदावार के लिए इसकी खेती रेतीले दोमट मिट्टी में करें।
खेत की तैयारी एवं उर्वरक प्रबंधन
-
सबसे पहले खेत में 1 बार करीब 30 से 40 सेंटीमीटर गहरी जुताई करें। इससे जड़ों का विकास अच्छा होता है।
-
इसके बाद 3 से 4 बार हल्की जुताई कर के मिट्टी को भुरभुरी बना लें।
-
प्रति एकड़ भूमि में 10 से 16 टन अच्छी तरह सड़ी हुई गोबर की खाद मिलाएं।
-
इसके अलावा प्रति एकड़ भूमि में 7.2 से 20 किलोग्राम अमोनियम सल्फेट, 20 किलोग्राम सुपरफास्फेट एवं 20 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश मिलाएं।
-
खेत तैयार करते समय अमोनियम सल्फेट की आधी मात्रा एवं सुपरफास्फेट और म्यूरेट ऑफ पोटाश की पूरी मात्रा कहे में मिलाएं।
-
पौधों की रोपाई से पहले खेत में सिंचाई करें।
बुवाई की विधि
-
नर्सरी में तैयार किए गए पौधों की रोपाई पक्तियों में करें।
-
सभी पक्तियों के बीच 45 सेंटीमीटर की दूरी रखें।
-
पैधों से पौधों के बीच की दूरी 7.5 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
यह भी पढ़ें :
-
मूली की फसल को लाही से बचाने के तरीके यहां से देखें।
हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको इस पोस्ट में दी गई जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक मित्र मूली की इस किस्म की खेती कर के अच्छा मुनाफा कमा सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।
जारी रखने के लिए कृपया लॉगिन करें
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ