बालों वाली सुंडी मूंगफली की फसल में लगने वाले कुछ प्रमुख कीटों में शामिल है। व्यस्क कीट के शरीर पर भूरे रंग के बाल होते हैं। यह कीट बहुत तेजी से मूंगफली की फसल को नुकसान पहुंचाते हैं। सही समय पर नियंत्रण नहीं किया गया तो इस कीट के कारण पैदावार में 70 प्रतिशत तक कमी हो सकती है। मूंगफली की बेहतर पैदावार के लिए बालों वाली सुंडी पर नियंत्रण की जानकारी होना आवश्यक है। आइए इस विषय में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
बालों वाली सुंडी से होने वाले नुकसान
यह कीट पत्तियों को खा कर फसल को क्षति पहुंचाते हैं।
जिससे पत्तियों में छोटे-बड़े कई छेद नजर आने लगते हैं।
प्रकोप बढ़ने पर पौधों के विकास में बाधा आती है।
बालों वाली सुंडी पर कैसे करें नियंत्रण?
मूंगफली की बुवाई से पहले यानी गर्मी के मौसम में खेती में 1 बार गहरी जुताई करें।
इस कीट को आकर्षित करने के लिए खेत में फेरोमोन ट्रैप का प्रयोग करें।
खेत में खरपतवारों पर नियंत्रण रखें।
यदि संभव हो तो अंडों के समूह को इकट्ठा कर के नष्ट कर दें।
इस कीट पर नियंत्रण के लिए प्रति एकड़ खेत में 280 से 320 लीटर पानी में 400 मिलीलीटर क्विनालफॉस मिला कर छिड़काव करें।
इसके अलावा प्रति एकड़ भूमि में 5 लीटर पानी में 75 मिलीलीटर देहात कटर मिला कर छिड़काव करने से भी इस कीट पर नियंत्रण किया जा सकता है।
प्रति एकड़ खेत में 400 मिलीलीटर एकलक्स नामक दवा मिला कर छिड़काव करें। इसे प्रति लीटर पानी में 2 मिलीलीटर के हिसाब से मिलाएं।
यह भी पढ़ें :
मूंगफली की फसल को क्षति पहुंचाने वाले कुछ प्रमुख कीटों की जानकारी यहां से प्राप्त करें।
हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको इस पोस्ट में दी गई जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक किसान मित्र भी इस जानकारी का लाभ उठाते हुए मूंगफली की फसल को बालों वाली सुंडी से बचा सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें। कृषि संबंधी अधिक जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।
Soil Testing & Health Card
Health & GrowthYield Forecast
Farm IntelligenceAI, ML & Analytics
Solution For FarmersAgri solutions
Agri InputSeed, Nutrition, Protection
AdvisoryHelpline and Support
Agri FinancingCredit & Insurance
Solution For Micro-EntrepreneurAgri solutions
Agri OutputHarvest & Market Access
Solution For Institutional-BuyersAgri solutions