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मुनाफे की फसल बना शरीफा, बरसात में लगने वाले दो प्रमुख कीट से करें बचाव
मुनाफे की फसल बना शरीफा, बरसात में लगने वाले दो प्रमुख कीट से करें बचाव
बदलते समय के साथ अधिक मुनाफे वाली फसलों और तकनीकों की तरफ किसान तेजी से आकर्षित हो रहा है। ये कई फसलें पहले से मौजूद आम, लौकी जैसी फसलों का एक हाइब्रिड रूप हो सकती है, या फिर पुराने समय से लाभ देते हुए आ रही कैल्शियम और फाइबर से भरपूर शरीफा की फसल के लिए खेती का एक नया तरीका। फल को आप कस्टर्ड एप्पल या सीताफल के नाम से भी जानते होंगे।
फल की खास बात यह है कि यह किसी भी प्रकार की भूमि में उगाया जा सकता है और कम पानी की आवश्यकता होने के कारण बरसात के अलावा अन्य मौसमों में इसकी देख-रेख में किसानों का बहुत कम समय व्यय होता है। फल में बरसात के मौसम में फल छेदक और फल मक्खी जैसे कीटों का प्रकोप शरीफा की फसल में लगने वाली मुख्य समस्याएं हैं। फल छेदक कीट फल में सुरंग बनाकर फलों में प्रवेश करते हैं और फलों को नुकसान पहुंचाते हैं। वहीं फल मक्खी जैसे कीट का प्रकोप कच्चे फलों पर अधिक देखने को मिलता है। फसल में दोनों ही कीट व्यापक क्षति का कारण है। जिनके नियंत्रण के लिए प्रयोग होने वाली दवाओं को आप अपने नजदीकी देहात सेंटर से प्राप्त कर सकते हैं।
पोस्ट में दी गयी बातों को ध्यान में रखते हुए शरीफा की खेती से बेहतर और गुणवत्तापूर्ण फसल प्राप्त की जा सकती है। शरीफा की खेती के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप टोल फ्री नंबर 1800-1036-110 और कमेंट बॉक्स के माध्यम से हमारे कृषि विशेषज्ञों से सीधे सवाल पूछ सकते हैं।
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