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मटर
विभा कुमारी
कृषि विशेषयज्ञ
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मटर: बुवाई से पहले जान लें बुवाई का सही तरीका

मटर: बुवाई से पहले जान लें बुवाई का सही तरीका

मटर दलहनी फसलों के अंतर्गत आने वाली एक मुख्य सर्दी की फसल है, जो प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, खनिज और उच्च अनुपात के विटामिन से भरपूर होने के साथ स्वादिष्ट स्वाद के लिए भी जानी जाती है। भारत में हरा मटर और पीला मटर मुख्यतः दो प्रकार की प्रजातियां उगाई जाती हैं। जिसमें हरा मटर अनाज एवं पीला मटर मवेशियों के लिए चारा फसल के रूप में या मिट्टी के लिए हरी खाद के रूप में उगाया जाता है। इसके साथ ही मिट्टी के कटाव को कम करने के लिए “कवर फसल” के रूप में भी पीले मटर की फसल का इस्तेमाल किया जाता है।

भारत के मैदानी इलाकों में सर्दियों की फसल के रूप में की जाने वाली मटर की बुवाई मध्य अक्टूबर से मध्य नवंबर तक पूरी कर ली जाती है, जबकि पहाड़ी इलाकों में इसे मई के महीने में बोया जाता है। मटर की खेती में मुख्यतः  6 से 7.5 पी.एच वाली मटियार दोमट और दोमट भूमि से सर्वाधिक उपज ली जा सकती है। इसके अलावा बीज अंकुरण के लिए औसत 22 डिग्री सेल्सियस और फसल में अच्छे विकास के लिए 10 से 18 डिग्री सेल्सियस तापमान कृषि विशेषज्ञों द्वारा फसल के अनुरूप बताया गया है। बीज बुवाई के लिए 35 से 40 किलोग्राम बीज प्रति एकड़ की आवश्यकता होती है जिन्हें 2.5 ग्राम थीरम प्रति किलोग्राम बीज के आधार पर उपचारित किए जाने के बाद ही खेत में बुवाई के लिए प्रयोग किया जाता है।

मटर की बुवाई में किस्मों के आधार पर बीज की दूरी कम या अधिक हो सकती है। इसमें जल्दी पकने वाली किस्में कम दूरी एवं देर से पकने वाली किस्मों को अधिक दूरी पर बोया जाता है। तो आइए जानते हैं किस्मों के आधार पर कैसे करें फसल का रोपण।

जल्दी पकने वाली किस्में

  • बीज की बुवाई 2 से 3 सेंटीमीटर गहराई पर करें।

  • पौधे से पौधे की दूरी 5 से 10 सेंटीमीटर रखें।

  • पंक्तियों की दूरी 20 से 30 सेंटीमीटर रखें।

  • जल्दी पकने वाली किस्मों की बीज दर 40 किलोग्राम प्रति एकड़ होती है।

देर से पकने वाली किस्में

  • इन किस्मों की बुवाई के लिए 20 से 30 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान अनुकूल माना जाता है।

  • बीज की बुवाई 2 से 3 सेंटीमीटर गहराई पर करें।

  • पौधे से पौधे की दूरी 5 से 10 सेंटीमीटर रखें।

  • लंबी अवधि की किस्मों में फसल की दूरी लगभग 30 से 45 सेंटीमीटर होनी चाहिए।

  • प्रति एकड़ 30 किलोग्राम बीज दर के अनुसार ही बुवाई करें।

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मटर की खेती से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए टॉल फ्री नंबर 1800 1036 110 के माध्यम से जुड़कर देहात के कृषि विशेषज्ञों से उचित सलाह लें। इसके अलावा आप अपने नज़दीकी देहात केंद्र से जुड़कर एवं हाईपरलोकल की सुविधा का लाभ लेकर भी घर बैठे उर्वरक, बीज एवं कीटनाशक जैसी सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।


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