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मल्चिंग: तकनीक एक, फायदें अनेक!
मल्चिंग: तकनीक एक, फायदें अनेक!
खेती के लिए विशेषकर सब्जी वर्गीय फसलों जैसे- मिर्च, बैंगन, गोभी, टमाटर, आलू, कद्दूवर्गीय फसल, खीरा आदि में मल्चिंग विधि काफी फायदेमंद साबित होती है। मल्चिंग प्रक्रिया दो प्रकार से होती है, प्राकृतिक मल्चिंग एवं प्लास्टिक मल्चिंग। प्राकृतिक मल्चिंग में पुआल, भूसा, सूखी घास, गन्ने की पत्तियों, फसल अवशेष का प्रयोग करते है वहीं प्लास्टिक मल्चिंग में पौधों की जमीन को चारों तरफ पोलिथीन शीट से अच्छी तरह ढक देते है। जिससे पौधों की सुरक्षा और फसल उत्पादन दोनों में बढ़ोतरी होती है। मल्चिंग की अधिक जानकारी के लिए इस वीडियो को ध्यान से देखें। यदि आपको इस वीडियो में दी गई जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक किसानों तक यह जानकारी पहुंच सके। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें। पशु पालन एवं कृषि संबंधी अन्य रोचक एवं ज्ञानवर्धक जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।
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