पोस्ट विवरण
मक्के की फसल में हो रहा बैक्टेरियल ब्लाइट रोग, जानें नियंत्रण के तरीके
मक्के की फसल में हो रहा बैक्टेरियल ब्लाइट रोग, जानें नियंत्रण के तरीके
मक्के की फसल में बैक्टेरियल ब्लाइट रोग का प्रकोप अधिक होता है।इस रोग को जीवाणु झुलसा रोग के नाम से भी जाना जाता है। इस रोग के कारण मक्के की पैदावार एवं गुणवत्ता में भारी कमी आती है। जिससे किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ता है। आइए इस रोग से होने वाले नुकसान एवं नियंत्रण पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
बैक्टेरियल ब्लाइट रोग के लक्षण
-
इस रोग के होने पर मक्के की पत्तियां किनारे से सफेद रंग की नजर आने लगते हैं।
-
रोग बढ़ने पर पत्तियां पूरी तरह पीली हो जाती हैं।
-
कुछ समय बाद पौधे सूखने लगते हैं।
-
बैक्टेरियल ब्लाइट रोग पर नियंत्रण के तरीके
-
इस रोग पर नियंत्रण के लिए प्रति लीटर पानी में 1.5 ग्राम बीएसएफ का Cabrio नामक दवा का छिड़काव करें।
-
इसके अलावा 15 लीटर पानी में 30 ग्राम देहात फुल स्टॉप मिला कर भी छिड़काव कर सकते हैं।
-
प्रति लीटर पानी में 3 ग्राम कॉपर हाइड्रॉक्साइड 53.8% डीएफ मिला कर छिड़काव करने से भी बैक्टेरियल ब्लाइट रोग पर नियंत्रण किया जा सकता है।
यह भी पढ़ें :
हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको इस पोस्ट में दी गई जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक किसान मित्र इस जानकारी का लाभ उठाते हुए मक्के की फसल को बैक्टेरियल ब्लाइट रोग से बचा सकें। कृषि संबंधी अधिक जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।
जारी रखने के लिए कृपया लॉगिन करें
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ