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मालाबार नीम : जानें खेती के लिए उपयुक्त समय एवं जलवायु
मालाबार नीम : जानें खेती के लिए उपयुक्त समय एवं जलवायु
नीम अपने कई औषधीय गुणों के कारण एक मूल्यवान वृक्ष के रूप में जाना जाता है। नीम शरीर को बाहरी और आंतरिक दोनों रूप से फायदे पहुंचाता है। इतना ही नहीं, भारत के कई क्षेत्रों में नीम के वृक्ष की पूजा भी की जाती है। नीम की कई किस्मों में मालाबार नीम नकदी फसलों में शामिल है। इस किस्म का पेड़ तेजी से विकास के लिए जाना जाता है। इसकी खेती लगभग सभी प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है। साथ ही इसे कम पानी की आवश्यकता होती है। मालाबार नीम की खेती उपयुक्त जलवायु और समय की जानकारी यहां से देखें।
मालाबार नीम की खेती के लिए उचित समय
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मार्च-अप्रैल के दौरान बीज बोना सबसे अच्छा होता है।
मालाबार नीम की खेती के लिए उचित जलवायु
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उष्णकटिबंधीय जलवायु का पौधा होने के कारण इसे गर्म एवं ठंडी दोनों जलवायु में लगाया जा सकता है|
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मालाबार नीम को 0 से 45 डिग्री सेंटीग्रेड तक के तापमान पर उगाया जा सकता है।
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इसकी खेती के लिए उपयुक्त तापमान 15 से 45 डिग्री सेंटीग्रेड तक होता है।
मालाबार नीम की खेती के लिए भूमि का चयन
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मालाबार नीम की खेती के लिए जैविक तत्वों से भरपूर उपजाऊ रेतीली दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है।
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इसकी खेती के लिए लैटराइट लाल मिट्टी भी उपयुक्त होती है।
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अम्लीय भूमि का पी.एच. मान 5 होना चाहिए।
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क्षारीय भूमि के लिए पी.एच. मान 10 होना चाहिए।
मालाबार नीम की खेती के लिए बीज की बिजाई
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मालाबार नीम की खेती के लिए साफ और सूखे बीज का चयन करें।
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कलम द्वारा बिजाई के लिए 12-13 महीने की आयु वाले पौधों से कलमों को तैयार कर लें।
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बीज के बीच की दूरी 5 मीटर होनी चाहिए।
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एक गड्ढे में केवल एक बीज की बुवाई करें।
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गड्ढे की लम्बाई, चौड़ाई और ऊंचाई 45 सेंटीमीटर रखें।
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प्रति एकड़ भूमि में 1,200 पेड़ लगाए जा सकते हैं।
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