फरवरी महीने में लीची के वृक्षों में मंजर आ जाते हैं। मंजर आने के बाद लीची की बेहतर फलन प्राप्त करने के लिए कुछ बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है। आइए इस समय लीची की बाग में किए जाने वाले कार्यों की जानकारी यहां से प्राप्त करें।
लीची की बेहतर फलन के लिए फरवरी महीने में किए जाने वाले कार्य
मंजर आने के के बाद प्रति एकड़ बाग में मधुमक्खियों का 4 से 6 बक्सा रखें। इससे परागण बेहतर तरीके से होगा।
मंजर आने से ले कर फलों के निर्माण तक बाग में फेरोमोन ट्रैप का इस्तेमाल न करें। इसके प्रयोग से मधुमक्खियों पर नियंत्रण होगा। जिससे परागण उचित तरीके से नहीं होगा।
मधुमक्खियों के बक्सों को बाग से हटाने के बाद ही बाग में रासायनिक कीटनाशकों का प्रयोग करें।
मंजर आने के समय फफूंद जनित रोगों जैसे ब्लाइट रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। ब्लाइट रोग पर नियंत्रण के लिए सबसे पहले प्रभावित पत्तियों एवं मंजरों को वृक्षों से अलग कर के नष्ट कर दें। प्रभावित भाग को अलग करने के तुरंत बाद 15 लीटर पानी में 30 ग्राम देहात फुल स्टॉप मिला कर छिड़काव करें।
यह भी पढ़ें :
हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको इस पोस्ट में दी गई जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक किसान मित्र इस जानकारी का लाभ उठाते हुए लीची की बेहतर फलन प्राप्त कर सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें। कृषि संबंधी अधिक जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।
Soil Testing & Health Card
Health & GrowthYield Forecast
Farm IntelligenceAI, ML & Analytics
Solution For FarmersAgri solutions
Agri InputSeed, Nutrition, Protection
AdvisoryHelpline and Support
Agri FinancingCredit & Insurance
Solution For Micro-EntrepreneurAgri solutions
Agri OutputHarvest & Market Access
Solution For Institutional-BuyersAgri solutions