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लहसुन एवं प्याज की फसल में खरपतवार नियंत्रण
लहसुन एवं प्याज की फसल में खरपतवार नियंत्रण
लहसुन एवं प्याज की रोपाई के करीब 4-5 दिनों बाद ही खरपतवारों का अंकुरण होने लगता है। इससे लहसुन एवं प्याज की फसलों की पैदावार में कमी आ जाती है। खरपतवारों की बढ़वार की प्रारंभिक अवस्था में ही रोकथाम एवं नियंत्रण के उपाय करना आवश्यक है। यदि आप लहसुन एवं प्याज की खेती कर रहे हैं तो यहां से खरपतवार नियंत्रण के कुछ तरीके एवं दवाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
नियंत्रण के उपाय
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बुवाई से पहले खेत की गहरी जुताई करें। इससे खेत में पहले से मौजूद खरपतवार नष्ट हो जाएंगे।
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कुछ दिनों के अंतराल पर खेत में निराई-गुड़ाई करते रहें।
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निराई-गुड़ाई के लिए खुरपी का प्रयोग कर सकते हैं।
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खरपतवार जब 4-5 पत्ती के हो जाएं तब इन्हें नष्ट करने के लिए प्रति लीटर पानी में 1.5 से 2 मिलीलीटर ऑक्सीफ्लोरफेन 23.5 प्रतिशत ईसी मिलाकर छिड़काव करें।
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इसके अलावा प्रति लीटर पानी में 3.5 से 4 मिलीलीटर पेंडीमेथिलीन 30 प्रतिशत ईसी मिलाकर छिड़काव करें।
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इस पोस्ट में बताए गए खरपतवार नाशक दवाओं के प्रयोग से आप आसानी से लहसुन एवं प्याज की फसल को खरपतवार से मुक्त कर सकते हैं। यदि आपको यह जानकारी आवश्यक लगी है तो इस पोस्ट को लाइक करें। साथ ही इसे अन्य किसान मित्रों के साथ साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक किसान इसका लाभ उठा सकें। लहसुन एवं प्याज की खेती से जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।
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